सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

सचिन पायलट के सियासी दौरों ने अशोक गहलोत की धड़कन बढ़ा दी है!
सचिन पायलट भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब में राहुल गांधी से मिलकर राजनीतिक चर्चा की थी. उसके बाद लौटकर उन्होंने राजस्थान में जाट बहुल नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, पाली व जयपुर में बड़ी-बड़ी जनसभाएं कर अप्रत्यक्ष रूप से गहलोत सरकार पर निशाना साध रहें हैं.
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क्या मोदी की राजस्थान यात्रा अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भगवान देव नारायण की 1111वीं जयंती पर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मालासेरी पहुंचेंगे. हालांकि इस यात्रा संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई है, लेकिन राज्य में विधानसभा चुनाव के 10 माह पहले हो रही इस यात्रा के सियासी तौर पर मायने भी निकाले जा रहे हैं.
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पायलट अपनी उड़ान पर हैं, राहुल गांधी को बुरा लगे तो लगे
सचिन पायलट (Sachin Pilot) अच्छी तरह समझ चुके हैं कि राजस्थान कांग्रेस का मामला अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के वश से बाहर जा चुका है, लिहाजा अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के खिलाफ अब सीधे जनता की अदालत में चले गये हैं - और ये सभी के लिए जोखिमभरा है.
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कम से कम चुनावी साल में तो राजस्थान कांग्रेस को आपसी झगड़ा मिटाना ही होगा
राजस्थान में चुनावी साल में जिम्मेदारियों को लेकर नेता असमंजस में हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगता है कि अब भी मुख्यमंत्री बदला जा सकता है. अगर मुख्यमंत्री नहीं बदलता है तो पार्टी प्रदेशाध्यक्ष व चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष का पद पायलट खेमे के पास जा सकता है.
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राजस्थान में गेम चेंजर होगी चुनावों से पहले गहलोत सरकार की योजनाएं...
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने अंतिम बजट को पेश करने की तैयारी में हैं और अपनी घोषणाओं को लेकर कॉन्फिडेंट हैं भाजपा के पास गहलोत की योजनाओं को काउंटर करने का कोई खास मुद्दा नहीं है. भाजपा नहीं चाहती है कि पुरानी पेंशन योजना लागू हो. संसद में भाजपा के नेता इसको लेकर बयान दे चुके हैं.
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चुनावी और सियासी साल होगा 2023...
दिल्ली की कुर्सी समेत सबसे अधिक सूबों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सत्ता है. इसलिए अपनी हुकुमतों को बचा पाने के लिए भाजपा के लिए आगामी वर्ष बेहद चुनौतीपूर्ण और सियासी व्यस्तता भरा होगा.कांग्रेस और भाजपा विरोधी तमाम क्षेत्रीय दलों के लिए 2023 करो या मरो के संघर्ष से भरा होगा.
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वो हर लड़की प्रिया सिंह है जो स्टीरियोटाइप तोड़ती है
हमारे लिए हर वह लड़की प्रिया सिंह है जो रुढ़िवादी सोच को तोड़कर आगे निकल जाती है. चाहे वह अपने घर में हो या किसी क्षेत्र में. प्रिया सिंह बनने के लिए बॉडी बिल्डर बनना जरूरी नहीं है, बल्कि अपने लिए वह फैसला लेना है जो सही है, ना कि जमाने की पुरानी सोच के नीचे दबना है.
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