ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें

राखी सावंत-उर्फी जावेद टाइप लोग आखिर कैसे इतने निश्चल और मोह माया से परे होते हैं!
मोह माया भरी इस दुनिया में कुछ उर्फी जावेद और राखी सावंत टाइप लोग भी हैं. जिनको जब हम देखते हैं तो लगता है कि कोई इतना निश्चल और मोह माया से परे कैसे हो सकता है? सवाल होगा क्यों? तो जवाब के लिए हमें इंस्टाग्राम का रुख करना होगा जहां दोनों ही लोगों ने अपने अंदाज में ट्रोल्स को ठेंगा दिखाया है.
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें

बकरीद मनाते 3 अहमदी 'मुसलमान' गिरफ्तार, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आस्था की ऐसी की तैसी...
पाकिस्तान (Pakistan) एक इस्लामिक देश है. तो, वहां किसी मुसलमान (Muslim) को बकरीद (Bakrid) मनाने के लिए क्यों गिरफ्तार किया जाएगा? तो, इस सवाल का एक ही जवाब है कि जिस तरह इस्लाम में मुस्लिमों के अलावा सभी धर्म के मानने वालों को 'काफिर' माना जाता है. अहमदिया मुसलमान (Ahmadi Muslim) भी काफिरों की लिस्ट में ही आते हैं.
सिनेमा | 7-मिनट में पढ़ें

पैगंबर पर सिर तन से जुदा किया जाता है, काली को ऐसे दिखाने की हिम्मत कहां से लाती हो 'लीनाओं'?
काली के पोस्टर (Kaali movie poster) पर विवाद मचा हुआ है. हिंदुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं. बर्दाश्त कर लीजिए. पोस्टर बनाने वाली लीना, पैगंबर के मामले को लेकर भारत को दुनिया में बदनाम करने की साजिश रचने वाले मोहम्मद जुबैर की प्रशंसक है. रातदिन भारत को गाली देने वाली लीनाओं से इससे बेहतर की उम्मीद क्यों कर रहे हो?
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

Nupur Sharma case: सुप्रीम कोर्ट में 'आजाद अभिव्यक्ति का सिर तन से जुदा'!
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने देश के खराब हालात पर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) की कथित टिप्पणी सबसे गंभीर अपराध है. जबकि, कन्हैया लाल को दिनदहाड़े काट दिया जाना (Udaipur Murder Case) महज प्रतिक्रिया भर है!
सोशल मीडिया | 5-मिनट में पढ़ें

मोहम्मद जुबैर के 'समर्थक' इन तर्कों को कैसे काटेंगे?
ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) की गिरफ्तारी को उनके समर्थक लोकतंत्र के खिलाफ बता रहे हैं. लेकिन, सोशल मीडिया (Social Media) पर जुबैर की गिरफ्तारी के पक्ष में दिए जा रहे तर्कों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. क्योंकि, ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती है.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

धार्मिक भावनाओं पर ज्ञान देने वाली 'भावनाएं' जुबैर की गिरफ्तारी से आहत क्यों हैं?
बात तो शुरू होती है 'फ्री स्पीच' से. यदि मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) बेगुनाह हैं, तो नुपुर शर्मा भी हैं. और यदि धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है, तो दोनों गुनाहगार हैं. किसी एक के खिलाफ सख्ती तो किसी के खिलाफ नरमी बरतने की वकालत कैसे की जा सकती है?
सोशल मीडिया | 7-मिनट में पढ़ें

रांची हिंसा में जान गंवाने वाले मुदस्सिर का 'कसूर' उसकी मां ने कह सुनाया है!
रांची हिंसा में मारे गए मुदस्सिर की मां (Ranchi boy Mudassir Mother) के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. जिसमें वह गुस्से से भरी हुई नजर आ रही हैं. पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहीं मुदस्सिर की मां का कहना है कि उनका बेटा केवल इस्लाम जिंदाबाद के नारे लगा रहा था. लेकिन, आखिर वो ऐसा कर क्यों रहा था?
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

शिवलिंग का मजाक उड़ते देख सरकार और कोर्ट क्यों चुप रहे?
पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी (Prophet remark row) के मामले पर मोदी सरकार बैकफुट पर है. अगर ज्ञानवापी में शिवलिंग (Shivling) मिलने के दावे के बाद उसे फव्वारा बताकर उड़ाए जा रहे मजाक के समय ही मोदी सरकार (Modi Government) और कोर्ट (Court) ने अपनी चुप्पी तोड़ दी होती. तो, ये विवाद होता ही नहीं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
