समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
मां की ममता सबको दिखती है पिता का दर्द किसी को महसूस क्यों नहीं होता?
वे लोग झूठे हैं जो यह कहते हैं कि पुरुष रो नहीं सकते, उन्हें दर्द नहीं होता. जबकि सच यह है कि एक पिता का दिल पत्थर का नहीं होता है, वह अपने बच्चों के लिए वह सब करता है जो कर सकता है. वह अपने परिवार को हर खुशी देना चाहता है. इसलिए दिन-रात मेहनत करता है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
जो लोग कहते हैं कि पुरुष सैक्रिफाइस नहीं करते हैं, वे झूठ बालते हैं
यह धारणा गलत है कि सारा त्याग लड़कियां करती हैं. ऐसा कहने वाले शायद किसी जिम्मेदार शादीशुदा पुरुष से नहीं मिले हैं. पुरुष भी त्याग करते हैं. कभी बहन, कभी पत्नी, कभी मां तो कभी बेटी के लिए वो भी कुर्बानियां देते हैं. वो परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए दिन रात काम करते हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
जो श्रद्धा के पिता ने कहा वो हम चाह कर भी नहीं समझ सकते...
श्रद्धा के पिता विकास वाल्कर की एक-एक बात सुनकर यही लग रहा है कि उनका दिमाग पूरी तरह अपनी बेटी के मौत में उलझा हुआ है. ऐसा लग रहा है वे कहीं खोएं हुए हैं. शायद वे यही सोच रहे होंगे कि काश मैंने अपनी बेटी को जाने नहीं दिया होता. काश वह मेरी बात मान गई होती...
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
दिल्ली में 10 साल के बच्चे के साथ गैंगरेप, लड़कों का यह दर्द कौन समझेगा?
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक 10 साल के बच्चे के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया है. इस जमाने ने लड़कों को मजबूती की संज्ञा देकर कठोर बना दिया. इतना कठोर की वे अपने दर्द को जमाने के सामने लाने से डरते हैं. वे अपने आंसुओं को गालों पर गिरने से पहले ही आंखों में पी जाते हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
सोशल मीडिया | 2-मिनट में पढ़ें
लापरवाही से गाड़ी चलाने वालों को भाजपा नेता की कही ये बात सुनने से ज्यादा समझना जरूरी है!
राजस्थान के सीकर की भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्रा चौधरी गठाला (Indra Choudhary Gathala) का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में इंद्रा चौधरी गठाला लापरवाही से गाड़ी चलाने (Rash Driving) से होने वाले हादसों (Road Accident) में जान गंवाने वालों के माता-पिता (Parent) के दर्द को बताती नजर आ रही हैं.
ह्यूमर | 6-मिनट में पढ़ें


