सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
यूपी निकाय चुनाव में क्या सार्थक रही नरेंद्र मोदी की पसमांदा नीति?
पिछले वर्ष से ही प्रधानमंत्री मोदी जी लगातार मुस्लिम समाज में सामाजिक न्याय पर बल देते हुए पसमांदा मुद्दे की चर्चा कर रहें हैं जिस कारण पहली बार राष्ट्रव्यापी तौर पर मुख्य धारा में मुस्लिम समाज में सामाजिक न्याय का प्रश्न चर्चा का विषय बना हुआ है.
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
एक ही समय में पाकिस्तान घिर गया है पांच-तरफा संकट से
इमरान - शहबाज युद्ध में वो चार संकट जिनको जानने के बाद इस बाद की पुष्टि स्वतः ही हो जाएगी कि यदि पाकिस्तान बर्बाद हुआ तो वजह एक दो नहीं कई हैं. जिक्र पाकिस्तान की बर्बादी का हुआ है तो आगे कुछ कहने से पहले हम इतना जरूर कहना चाहेंगे कि अगर मौजूदा वक़्त में पाकिस्तान बर्बाद हुआ तो हर संकट दूसरे संकट से लिंक है और किसी को भी ख़ारिज नहीं किया जा सकता.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
Ramcharitmanas Controversy: राजद, सपा, आप की भाजपा विरोधी एक जैसी रणनीति!
Ramcharitmanas Controversy: संभवतः देश में पहली बार यह देखने को मिल रहा है कि राजनीतिक दलों की ओर से हिंदुओं की आस्था पर प्रहार किए जा रहे हैं. इसके अलावा हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर गोलबंद हो रहे हिंदुओं को तोड़ने की कोशिश भी की जा रही है.
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
बीजेपी ने राहुल गांधी की घरवापसी तो करवा दी, लेकिन उन्हें वहां भी जीने नहीं दे रही!
भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में यह पहला मौका था. जब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने फिर से सॉफ्ट हिंदुत्व (Soft Hindutva) की राह पर कदम रखे. राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी और उनके परिवार के समेत नर्मदा के तट पर पूजा-अर्चना की. और, ध्यान की मुद्रा बनाते हुए खुद को 'शिव भक्ति' में डुबो दिया. लेकिन, भाजपा (BJP) ने इस पर भी चुटकी ले ही ली.
स्पोर्ट्स | 4-मिनट में पढ़ें
क़तर के फीफा विश्व कप के दौरान सामने आया 'सभ्यताओं का टकराव'!
विश्व कप में फ़ुटबॉल के साथ ही 'क्लैश ऑफ़ सिविलाइज़ेशन' का भी जमकर मुज़ाहिरा हो रहा है. पश्चिमी जगत क़तर में इस्लामिक नियमों को थोपे जाने से नाराज़ है. वहीं ईरान के खिलाड़ी अपने देश के इस्लामिक शासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं तो जर्मन खिलाड़ी समलैंगिकों के पक्ष में आवाज न उठा पाने पर ऐतराज जताते नजर आए.
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें
मल्लिका एलिजाबेथ गर मुसलमान होतीं तो तीजे के खाने पर होता गपर-गपर और बाहर आकर बकर-बकर
मृत्युभोज की चुहलबाजी और चुगली किसी परिचय की मोहताज नहीं है. सोचिये अगर महारानी एलिजाबेथ मुसलमान होतीं और उनका 'तीजा' हुआ होता तो वो कौन सी बातें होतीं? जो ये जालिम जमाना करता और रॉयल फैमली को मृत्युभोज का लाभ लेकर बदनाम करने की साजिश रचता.
स्पोर्ट्स | 6-मिनट में पढ़ें





