सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से राजस्थान में काफी मजबूत हो गई है कांग्रेस...
राजस्थान में राहुल गांधी की पदयात्रा में सबसे अधिक क्रेज युवा वर्ग में देखने को मिला. पूरे रास्ते युवक राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होते रहे. राहुल गांधी ने भी युवाओं के साथ बातचीत करने व सेल्फी लेने में जरा भी कंजूसी नहीं बरती.
सियासत | बड़ा आर्टिकल

समान नागरिक संहिता से देश के अब्दुलों और मनोहरों की जिंदगी में क्या बदल जाएगा, समझिए
समान नागरिक संहिता या यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का प्राइवेट बिल पेश हो चुका है. वोटबैंक पॉलिटिक्स के दबाव में उसपर बहुतायत राजनीतिक दलों का विरोध भी दिख रहा है. यूसीसी तमाम बीमारियों की कैसे एक कारगर दवाई है, जिसकी जरूरत संविधान निर्माताओं ने समझी थी- आइए अब्दुल और मनोहर की कहानी से समझते हैं.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

जनसंख्या नियंत्रण कानून बने, ना बने - इस मुद्दे पर जनता का समर्पण जरूरी है
एजेंडा आजतक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पहुंचे भाजपा सांसद और एक्टर रवि किशन ने जनसंख्या नियंत्रण बिल पर अपनी राय रखी है. क्योंकि रवि स्वयं चार बच्चों के पिता है जब इस मुद्दे पर उनसे बात हुई तो ग्लानि उनके चेहरे पर साफ़ देखी जा सकती थी. इस विषय पर सोचते हुए रवि सॉरी भी फील करते हैं.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

आखिरकार गरीब सवर्ण की येन केन प्रकारेण सुनी सुप्रीम कोर्ट ने...
सवाल उठता है सर्वोच्च न्यायालय क्यों कर एक कानूनी प्रक्रिया को कठघरे में खड़ा कर देता है? क्या महामहिम की मर्यादा कमतर नहीं होती? और अब उस संशय की सुनवाई कहां होगी जो जनवरी 2019 से, जब कानून बना, घर कर गया था इस कानून के क्रियान्वयन में?
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें

भाजपा के राज्यसभा सांसद ने मैडल जीतने के लिए दिया नस्ल सुधारने का सुझाव
भाजपा के राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डॉ. डीपी वत्स (DP Vats) ने अंतराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत की मेडल टैली को बढ़ाने के लिए भारतीयों की नस्ल में सुधार (Race Reform) लाने का सुझाव दिया. उन्होंने गोत्र में विवाह न करने का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें अंतर-जातीय विवाह को बढ़ावा देना चाहिए.
ह्यूमर | 6-मिनट में पढ़ें

महुआ के लुई वितां बैग 'छुपाने' से लेकर काकोली के कच्चे बैंगन खाने तक, TMC का महंगाई पर विरोधाभास!
चाहे वो महुआ मोइत्रा हों या फिर काकोली घोष दस्तीदार. एक ही पार्टी के दो सांसदों के थॉट प्रोसेस में गहरा विरोधाभास है. मतलब इससे बड़ा धोखा क्या ही होगा कि संसद में एक तरफ महंगाई पर काकोली घोष अपने ज्ञान के छींटे डाल रही हों और महुआ अपने 1.6 लाख के बैग की नुमाइश कर दें. ऐसे थोड़ी ही न गरीब और उनकी गुरबत के अलावा महंगाई पर बात हो पाएगी.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

राज्यसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर कागज फेंक संजय सिंह ने 'आप' संस्कृति का पालन किया है
संजय सिंह पर संसद में नारेबाजी करने, पेपर फाड़कर स्पीकर की कुर्सी की तरफ उछालने को लेकर एक्शन हुआ है. अब जबकि संजय सिंह अगले 7 दिनों तक सदन से बाहर कर दिए गए हैं. कह सकते हैं कि उन्होंने अपनी और पार्टी दोनों की संस्कृति का परिचय दिया है.इसपर किसी को हैरत होनी ही नहीं चाहिए.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें