टेक्नोलॉजी | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
मां की ममता सबको दिखती है पिता का दर्द किसी को महसूस क्यों नहीं होता?
वे लोग झूठे हैं जो यह कहते हैं कि पुरुष रो नहीं सकते, उन्हें दर्द नहीं होता. जबकि सच यह है कि एक पिता का दिल पत्थर का नहीं होता है, वह अपने बच्चों के लिए वह सब करता है जो कर सकता है. वह अपने परिवार को हर खुशी देना चाहता है. इसलिए दिन-रात मेहनत करता है.
टेक्नोलॉजी | 3-मिनट में पढ़ें
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रिसर्च रोकने के लिए जमा हो गए टेक और दुनिया के दिग्गज!
2,600 से अधिक लोगों जिनमें एक बड़ी आबादी टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इन लोगों ने AI को समाज और मानवता के लिए बड़ा खतरा माना है और इसके विकास पर अस्थायी 'विराम' का आग्रह किया है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
गृहिणी बनना भी अपनी च्वाइस होती है, जानिए ट्रैड वाइफ पर क्यों छिड़ी है बहस?
हमारे समाज में घर संभालना छोटी बात क्यों मानी जाती है? क्या आपने कभी हाउसवाइफ का इसलिए सम्मान होते देखा है, क्योंकि उसने घर को बड़े ही करीने से संभाला है. लोगों को यह क्यों समझ नहीं आता कि जरूरी नहीं है कि हर महिला को बाहर काम करना ही पसंद हो. घर को मैनेज करना किसी कंपनी को मैनेज करने से आसान काम थोड़ी है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
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