सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

MoTN Survey: लव जिहाद और हिजाब पर 'देश का मिजाज' मुसलमानों के विपरीत!
मुस्लिम समुदाय हिजाब के समर्थन में चाहे लाख बड़े तर्क दे दे. लव जिहाद को अपने खिलाफ एक बड़ी साजिश बता ले. लेकिन इन मसलों पर जनता की सोच उनसे बिलकुल अलग है. इंडिया टुडे और सी वोटर ने Mood Of The Nation सर्वे किया है और उसमें जो जानकारी निकल कर बाहर आई है साफ़ हो गया कि लव जिहाद और हिजाब पर देश मुसलमानों के साथ नहीं है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 2-मिनट में पढ़ें

क्लास में छात्राओं को बुर्का पहनने की जरूरत ही क्या है?
हमारे हिसाब से यह सिर्फ राजनीति है और कुछ नहीं. इसके जरिए सिर्फ बुर्के का प्रचार किया जा रहा है. अगर क्लास में बुर्के से इतनी परेशानी है तो फिर इन छात्राओं को घर से बाहर ही नहीं निकलना चाहिए. खुद को पूरी तरह छिपाने के लिए घर की चारदीवारी से बेहतर कौन सी जगह है?
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें

हर बात में हिंदू-मुस्लिम घुसाना बंद करो, तुनीषा ने हिजाब पहना है तो जीशान भी तो आरती कर रहा है!
इस केस को लव-जिहाद बतलाने की इतनी जल्दी थी कि लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले ही हल्ला मचा दिया कि तुनीषा प्रेग्नेंट थी. जबकि रिपोर्ट में यह बात साबित हुई कि वह प्रेग्नेंट नहीं थीं. कई लोगों की मानसिकता ऐसी हो गई है कि यहां अपराध की बात बाद में आती है, पहले पीडि़त का जाति और धर्म खोजा जाता है.
स्पोर्ट्स | 6-मिनट में पढ़ें

FIFA WC 2022: कतर में खड़े होकर ईरानी खिलाड़ियों का मुस्लिम शासन का विरोध क्या संदेश देता है?
FIFA World Cup 2022: कतर में आयोजित फुटबॉल वर्ल्ड कप में ईरान के खिलाड़ियों ने अपने देश का राष्ट्रगान नहीं गाया. बताया जा रहा है कि ऐसा करके ईरानी इस्लामी हुकूमत का विरोध और हिजाब विरोधी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया जा रहा है. एक कट्टर इस्लामिक देश की जमीन खड़े होकर ऐसा विरोध प्रदर्शन करना मजबूत संदेश दे रहा है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

ईरान में एंटी हिजाब प्रदर्शनकारियों का मौलानाओं की पगड़ी उछालना प्रोटेस्ट का नेक्स्ट लेवल है!
ईरान में प्रदर्शकारी चाहे वो युवतियां हों या युवक. वो बेधड़क होकर मौलवियों के सिर से पगड़ी उतार रहे हैं. घटना का वीडियो बना रहे हैं. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर ऐसे वीडियो की भरमार है, जिनमें युवा राह चलते मौलवियों और मौलानाओं को सबक सिखाने के उदेश्य से उनकी पगड़ी उछाल रहे हैं. ईरान में विरोध के इस नए रूप ने सोशल मीडिया पर एक अलग डिबेट का श्री गणेश कर दिया है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

हिजाब केस: जज साहब, च्वाइस सर्वोपरि है तो क्या कोर्ट में वकील बिना गाउन के पैरवी कर सकते हैं?
कर्नाटक हिजाब विवाद (Karnataka Hijab Row) पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हो रही सुनवाई पर फैसला तार्किक ही होना चाहिए. वरना इसकी वजह से कई समस्याएं खड़ी हो जाएंगी. वैसे, इसी साल पटना हाईकोर्ट के एक जज ने बिहार सरकार के प्रधान सचिव (शहरी विकास) आनंद किशोर को उनके 'अनुचित' ड्रेसिंग कोड (Dress Code) के लिए जमकर फटकार लगाई थी.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

SC के जस्टिस हेमंत गुप्ता-जस्टिस सुधांशु धूलिया हिजाब बहस के दो सिरे बन गए!
हिजाब मामले पर जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधांशु धूलिया के अलग अलग मत थे इसलिए अंतिम फैसला अब तीन जजों की बेंच सुनाएगी. इतना तो तय है कि जैसे जैसे दिन आगे बढ़ेंगे, हिजाब मामले पर सियासत तेज होगी. यानी फैसले को बड़ी बेंच को सौंपकर कोर्ट ने इस पूरे मामले को नया विस्तार दे दिया है.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
