समाज | 4-मिनट में पढ़ें

तो क्या अब ये मान लिया जाए जनसंख्या विस्फोट के मुहाने पर खड़ा हो गया है भारत?
आज जैसे हालात हैं न सिर्फ जनसंख्या नियंत्रण करने वालों को प्रोत्साहन देने की जरुरत है, बल्कि जो इसके विपरीत व्यवहार करे उसे दण्डित करने की भी जरुरत है. आखिर इस प्रकृति पर पेड़ पौधों, जानवरों और पक्षियों का भी उतना ही हक़ है जितना हम इंसानों का.
टेक्नोलॉजी | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें

हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
टेक्नोलॉजी | 3-मिनट में पढ़ें

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रिसर्च रोकने के लिए जमा हो गए टेक और दुनिया के दिग्गज!
2,600 से अधिक लोगों जिनमें एक बड़ी आबादी टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इन लोगों ने AI को समाज और मानवता के लिए बड़ा खतरा माना है और इसके विकास पर अस्थायी 'विराम' का आग्रह किया है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

Legislative Assembly Election 2023: चुनाव में जीत का मुद्दा किसान रहेगा या रोजगार?
चुनाव आते ही कुछ मुद्दे जैसे बेरोज़गारी, महंगाई, किसान और महिला सशक्तिकरण, खुद-ब-खुद ट्रेंड में आ जाते हैं. 2018 में कांग्रेस ने किसान के नाम पर ही मध्यप्रदेश में मतदाताओं को आकर्षित करने में सफलता हासिल की थी. इसलिए अब भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस इन्ही मुद्दों को थामे रखना चाहेगी. भाजपा की बात करें तो मध्यप्रदेश में पार्टी हर सर्वे में जीत से दूर नज़र आ रही है.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें

फेल शिक्षा व्यवस्था से नौकरी की परीक्षा पास करने वाले युवा कैसे निकलेंगे?
देश के तमाम युवा जो दिशाहीन हैं और उनका कोई लक्ष्य नहीं है. इसका कारण है हमारी शिक्षा व्यवस्था. सरकार जब तक शिक्षा प्रणाली अपनी व्यवस्था में सही बदलाव नहीं करती तब तक युवाओं के साथ मज़ाक होता रहेगा और वो नौकरी के लिए दर दर की ठोकरें खाते रहेंगे.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

नगर को संतुलित करने की जरूरत समझनी हो तो जापान से समझें!
जापान सरकार ने महानगरों को संतुलित करने के उद्देशय से एक अहम फैसला लिया है. जापान सरकार के निर्णय में यह कहा गया है कि राजधानी टोक्यो सहित अन्य महानगरों को छोडने के लिए प्रति बच्चा 6 लाख 36 हजार पैरेंट्स को दिया जाएगा ताकि वे ग्रामीण क्षेत्र में बस सकें.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें

भारत को बदलना है तो लड़ना सीखिए, उस गरीबी से लड़िये जो गांव में स्थिर है!
देश बदलता है तो लड़ना होगा. इसलिए उस पूंजी के खिलाफ लड़िये जो प्रतिभाओं के हक़ और हक़ूक़ को मार रही है, उस बहन-बेटियों के सुहाग के लिए लड़िये जो भारत मां की कोख से पैदा होने के पहले ही मार दी जा रही है, उस भ्र्ष्टाचार से लड़िये जो रुपये में कम आचरण में ज्यादा हो.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
