समाज | 5-मिनट में पढ़ें
सिर्फ जोशीमठ ही नहीं उत्तराखंड के ये 5 शहर भी 'विकास' की भेंट चढ़ गए हैं!
एक ऐसे समय में जब पवित्र शहर जोशीमठ पहले से ही डूब रहा है, 678 घरों को निवास के लिए अनुपयुक्त घोषित किया गया है. उत्तराखंड में पांच ऐसी अन्य जगहें हैं जहां के लिए अगर वक़्त रहते नहीं चेता गया तो फिर आने वाले वक़्त में कुछ संभालने को बचेगा नहीं.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
सोशल मीडिया | 5-मिनट में पढ़ें
मोरबी का झूलता पुल, जिसे 'झूला पुल' बना देने की खतरनाक रवायत बन गई थी
मोरबी का झूलता पुल तोड़ने (Morbi Bridge Collapse) की 'कोशिश' वर्षों से चल रही थी. मजाक में ही सही लोग वर्षों से हादसे को न्योता देते चले आए हैं. इस पुल पर जाकर इसे हिलाना रिवाज जैसा था. आइए देखते हैं उन सबूतों को जो इंटरनेट पर बिखरे पड़े हैं...
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
इंसानों को खतरा कुत्तों से नहीं 'कुत्ता प्रेमियों' से है
हाल ही में 7 महीने के एक बच्चे (Infant) को आवारा कुत्तों (Stray Dogs) ने इतनी बुरी तरह से नोंच डाला कि उसकी आंतें बाहर आ गईं. और, इलाज के दौरान उसकी मौत (Death) हो गई. इसके बाद जब आवारा कुत्तों (Dog) को पकड़ने के लिए पहुंची टीम पहुंची. तो, उससे लोहा लेने के लिए बहुत सारे कुत्ता प्रेमी (Dog Lovers) उतर आए.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
कोरोना के खतरे के बावजूद स्कूल खोलना जरूरी है
शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों का का कहना है कि छोटे बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से केवल कहने को हो रही है. जरूरी नहीं है कि हर घर में पैरेंट्स (समय की कमी या अशिक्षित होने के चलते) बच्चों को पढ़ाई में मदद कर सकें. वहीं, गणित और विज्ञान जैसे विषयों की पढ़ाई हर बच्चा घर पर नहीं कर सकता है. अगर स्कूल नहीं खोले जाते हैं, इन बच्चों के भविष्य पर खतरा हो सकता है.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
केरल में भारत के आधे से ज्यादा कोरोना मरीज, देश के लिए इसके मायने क्या?
केरल में ये हाल तब है, जब कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान उसके कोरोना मैनेजमेंट को लेकर तारीफों के पुल बांधे जा रहे थे. लेकिन, बीते महीने केरल में कोरोना वायरस महामारी का विस्फोट हुआ, तो वो अब रुकने का नाम नहीं ले रहा है. आसान शब्दों में कहें, तो केरल सरकार के बकरीद पर ढील देने को लेकर किए गए एक फैसले ने राज्य को महामारी के मुंह में ढकेल दिया.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
राणे की गिरफ्तारी के बाद 'शिवसैनिक' उद्धव ठाकरे के लिए खतरा बढ़ गया है!
नारायण राणे के 'थप्पड़' वाले बयान के बाद उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बल्कि एक शिवसैनिक के रूप में नजर आए. इससे पहले कंगना रनौत और सोनू सूद के मामले में भी उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्रित्व पर उनके अंदर का शिवसैनिक उन पर भारी रहा है.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें



