सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
पिछले तीन वर्षों में, पाकिस्तान में आतंकवादी समूह फिर से उभरे हैं. इस दौरान आतंकवादी हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है. इसका असर चीनी परियोजनाओं पर खूब ज्यादा हुआ है. इस कारण से चीन से पोषित परियोजनाओं पर काम ठंडा पड़ने लगा है. जाहिर है, अब चीन को भी समझ आ रहा होगा कि कश्मीर में पाकिस्तान का खेल कितना खतरनाक है.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
तो क्या अब ये मान लिया जाए जनसंख्या विस्फोट के मुहाने पर खड़ा हो गया है भारत?
आज जैसे हालात हैं न सिर्फ जनसंख्या नियंत्रण करने वालों को प्रोत्साहन देने की जरुरत है, बल्कि जो इसके विपरीत व्यवहार करे उसे दण्डित करने की भी जरुरत है. आखिर इस प्रकृति पर पेड़ पौधों, जानवरों और पक्षियों का भी उतना ही हक़ है जितना हम इंसानों का.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
एस जयशंकर के हाथों बड़े बेआबरू होकर हिंदुस्तान के कूचे से बिलावल निकले...
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर, SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब हुए जहां उन्होंने पाकिस्तान और पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को आईना दिखा दिया है. जयशंकर ने बिलावल को आतंकी इंडस्ट्री का प्रवक्ता तो बताया ही साथ ही ये भी कहा कि पाकिस्तान भरोसे लायक नहीं है.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
साबरमती जेल से प्रयागराज लाए जा रहे अतीक को डरा देखकर चीन की वो 1100 मुर्गियां याद आ गईं
माफिया अतीक अहमद और चीन में मरी मुर्गियों में यूं तो कॉमन कुछ नहीं है लेकिन फिर भी अगर बहुत पड़ताल करने के बाद हमें कुछ कॉमन दिख रहा है तो वो डर है. जो डर मुर्गियों की जान ले चुका है वहीं डर किसी ज़माने में यूपी के बाहुबली रह चुके अतीक अहमद को भी डरा रहा है.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
चीनी सामान की गारंटी नहीं, तो गीदड़-भभकी पर क्यों हों परेशान?
हमसे हजारों किलोमीटर दूर पर बैठे लोग पहले से तय हमारे स्थानों के नाम बदलने की बात करता है.इससे उनके दिमाग का दिवालियापन ही कहा जाएगा. ऐसे तो हमारी सरकार भी दिल्ली में बैठकर शंघाई का नाम ‘संघर्ष नगर’ रख देगी, तो क्या उससे उसका नाम संघर्ष नगर हो जाएगा. नाम तो नहीं बदलेगा. पर, उपहास जरूर उड़ेगा, जैसा इस वक्त चीन का उड़ रहा है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
दूसरों को धमकाने वाला चीन अब रूस-यूक्रेन में 'दोस्ती' करवाएगा!
यूक्रेन कह तो चुका है कि इस जंग को खत्म करने के लिए चीन को रूस पर दबाव बनाना चाहिए. जिनपिंग के मॉस्को दौरे से पहले चीन के विदेश मंत्री किन गांग ने यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बात की थी. दोनों के बीच पीस प्लान पर ही चर्चा हुई थी. - माना जा रहा है कि अपने पीस प्लान के लिए जिनपिंग यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी चर्चा करना चाहते हैं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
Tibet National Uprising Day: भारत के नजदीक हुई 2 कहानियां, जीत दोनों में भारत की हुई!
तिब्बती विद्रोह दिवस न केवल तिब्बत और दलाई लामा के लिए बल्कि चीन के खिलाफ भारत के लिए भी महत्वपूर्ण मुद्दा है. भारत एक ऐसा देश है जिसने हमेशा ही उन लोगों की मदद की. जिन्होंने उसकी तरफ देखा. तिब्बत की ही तरह भारत ने पूर्व में बांग्लादेश की भी मदद की है और कारण खासा रोचक है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल






