समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
जब 23 साल की बेटी को 47 साल की मां की प्रेग्नेंसी के बारे में पता लगा, उसने जो किया उस पर गर्व होगा
23 साल की बेटी को पता नहीं था कि उसकी मां गर्भवती (Pregnant Woman) हैं. मगर जब उसने यह खबर सुनी उसका रिएक्शन सकारात्मक था. जहां एक तरफ उसके माता-पिता इस बात को लेकर शर्मिंदा थे उसने अपने माता पिता को सम्मान के साथ इसे स्वीकार करना सिखाया.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
पीरियड्स की साथी सेनेटरी पैड, यदि तुम भी भरोसा तोड़ोगी तो हम लड़कियों का क्या होगा?
डियर सेनेटरी पैड हमें यकीन था कि तुम हमारी सेहत लिए लाभकारी हो, इसलिए तो कई महिलाओं ने जैसे-तैसे गंदा कपड़ा छोड़कर आंख बंद कर हर महीने तुम्हारा इस्तेमाल किया. हमें बताया गया था कि तुम्हें इस्तेमाल करने से हम कई गंभीर बीमीरियों से बच जाएंगे, मगर ये क्या यहां तो तुम ही हमारी सेहत की दुश्मन बन गई.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
महिला ने नहीं 'बांझ' शब्द के बोझ ने रचा प्लास्टिक के बच्चे का स्वांग
यूपी के इटावा के एक गांव महिला (Woman) ने प्रेग्नेंट (Pregnant) होने और 6 महीनों बाद गर्भपात की बात कहकर परिजनों को प्लास्टिक के खिलौने (Plastic Doll) को रंगकर बनाया गया एक बच्चा (Child) दे दिया. इस एक लाइन के जरिये उस महिला को बीते 18 सालों से बांझपन (Infertility) के नाम पर मिल रहे तानों (Taunts) का दर्द समझिए.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
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आधार कार्ड की खानापूर्ति ज्यादा जरूरी साबित हुई एक महिला और उसके दो जुड़वा बच्चों की जान से!
महिला की नाम कस्तूरी है जिसकी उम्र कारीब 30 साल थी. अफसोस की बात यह है कि वह अनाथ थी. उसके पास मेटरनिटी कार्ड या आधार कार्ड नहीं था. उसके पति की मौत हो चुकी थी उसकी पहले से एक 7 साल की बेटी है. जब उसे लेबर पेन हुआ तो कुछ लोगों ने चंदा जुटाकर उसे ऑटो रिक्शा से जिला अस्पताल पहुंचाया था. मगर अफसोस की उसकी तकलीफ को देखकर भी अस्पताल ने अनदेखा कर दिया
संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें
Debate: अगर लड़ाई हुनमान जन्मभूमि को लेकर तो क्या CM बसवराज बोम्मई का दावा दमदार है?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दावा किया कि भगवान हनुमान का जन्म अंजनाद्री पहाड़ियों में हुआ था, किष्किंधा (हम्पी) इसका प्रमाण है . बोम्मई का ये कहना भर है. एक बार फिर बहस तेज हो गयी है. फैसला जनता करे कि क्या बोम्मई के दावे सही हैं?
संस्कृति | बड़ा आर्टिकल
ईसा मसीह और हनुमान जी के जन्म की कथा एक जैसी है...
कहा जाता है कि ईसा मसीह कयामत तक चिरंजीवी रहेंगे. कुछ ऐसा ही हनुमान जी के साथ भी है. दोनों के जन्म की कथाओं में भी अद्भुत समानता है. महावीर हनुमान जी के जन्म की कथा जिस प्रकार से अद्भुत और दिव्य है, उसी प्रकार से ईसा मसीह के जन्म की कथा भी अद्भुत, दिव्य और रहस्यमय है. दोनों ही ईश्वरीय सत्ता के महान स्वरुप के रूप में पूजित होते हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें




