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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Rakesh Tikait खुद को आगे बढ़ा रहे हैं या किसान आंदोलन को?
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) जिस तेजी के साथ के साथ जाटों के नेता के तौर पर उभर रहे हैं, लगता है वो किसान आंदोलन के सहारे अपनी राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हों - और ये योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से ज्यादा अजीत सिंह (Ajit Singh) के लिए चिंता की बात है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
बजट के बाद राकेश टिकैत को PM मोदी का नंबर क्यों चाहिये?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के बजट को किसानों के फेवर में बताया है, लेकिन राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को ये पसंद नहीं आया है - अब वो प्रधानमंत्री मोदी का ही नंबर मांगने लगे हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राकेश टिकैत के आंसू मोदी-शाह से ज्यादा योगी पर भारी पड़ने वाले हैं!
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) की बदौलत किसान आंदोलन की वापसी मोदी-शाह (Modi-Shah) के मुकाबले योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के लिए बड़ा सिरदर्द हो सकता है - इसलिए भी क्योंकि विपक्षी नेताओं की लामबंदी बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने लगी है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
किसान आंदोलन अब दबे-छुपे नहीं, खुलेआम पॉलिटिकल है
किसान आंदोलन को राजनीतिक सपोर्ट (Farmers Protest and Politics) तो पहले से ही हासिल था, हिंसा (Delhi Violence) को लेकर घिरे राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के भावुक होते ही विपक्षी दलों की सीधी एंट्री हो गयी - अब सरकार के सामने तो किसान हैं, लेकिन पीछे विपक्ष खड़ा है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
हार के बाद हाथरस में हताश बसपा वालों के दो-दो हाथ!
राजनीति में खुद अच्छा बनना और एक दूसरे पर दोष मड़ना कोई नई बात नहीं है. मगर बसपा की मंडलीय बैठक के दौरान जो उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुआ वो न सिर्फ अनुशासन के प्रति मायावती का रवैया दिखाता है बल्कि कई मायनों में लोकतंत्र को शर्मिंदा करता नजर आता है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
Exit Poll 2019 : यूपी में महागठबंधन की हार का बीजेपी जश्न नहीं मना पाएगी
उत्तर प्रदेश की 15 संसदीय सीटों पर कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. एग्जिट पोल के अनुसार राहुल गांधी, मेनका गांधी, मुलायम सिंह यादव और डिंपल यादव के लिए चुनावी राह बेहद मुश्किल हो चुकी है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मायावती का मुस्लिम वोट और रैली की भीड़ पर भरोसा धोखा दे सकता है
आगे का तो नहीं मालूम, लेकिन पहली रैली में मायावती जो भाषण पढ़ रही थीं, वो पुरानी स्क्रिप्ट ही लग रही थी. हां, मामूली फेरबदल जरूर थे. एक बात और मायावती एक बार फिर रैली आई भीड़ को वोट समझने की भूल कर रही हैं.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
यूपी में सीट बंटवारे की राजनीति में भी अखिलेश पर भारी पड़ीं मायावती
यूपी गठबंधन में हुए सीटों के बंटवारे में दो बातें साफ तौर पर नजर आ रही हैं. एक, सीटों के मामले में भी दबदबा मायावती का ही रहा. दो, बीजेपी और कांग्रेस से दो-दो हाथ करने के लिए ज्यादातर मोर्चों पर अखिलेश यादव ही होंगे.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आशीष वशिष्ठ
@drashishv
सपा-बसपा के बाद बारी है अजीत सिंह के गठबंधन की
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी खोई राजनीतिक तलाश कर रहे रालोद को सपा-बसपा गठबंधन ने बड़ा झटका देने का काम किया है. ऐसे में रालोद के पास भाजपा या कांग्रेस के साथ जाने का विकल्प ही बचता है.