X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से अब तक कितने 'तटस्थ' जुड़े...
भारतीय राजनीति में कई किरदार ऐसे हैं जो घोषित तौर पर किसी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं. लेकिन उनका झुकाव किसी से छुपा भी नहीं है. सार्वजनिक रूप से खुद को तटस्थ बताने वाले पूर्व आरबीआई गवर्नर एन रघुराम राजन भी राहुल गांधी की यात्रा से जुड़े हैं. ऐसे में हमारे लिए उन तटस्थों का रुख कर लेना जरूरी है जिन्होंने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में उपस्थिति दर्ज कराई है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अनुज शुक्ला
@anuj4media
केरल का अडानी पोर्ट: जो पोर्ट मनमोहन सिंह ने दिया, राहुल एंड टीम उसका विरोध क्यों करती है?
केरल का अडानी पोर्ट देश के लिए एक केस स्टडी की तरह है. मनोमाहन सिंह के प्रोजेक्ट से ही राहुल को आपत्ति है. भले ही भारत अरब, तुर्क, अफगान और यूरोपीय उपनिवेश से ऊपरी तौर पर मुक्त हुआ, लेकिन उनका उपनिवेश अब भी सिंडिकेट के जरिए अपने कारोबारी हितों को साधने में सक्षम बना हुआ है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
'भारत जोड़ो यात्रा' असल में कांग्रेस के सारे असफल प्रयासों की नयी पैकेजिंग है!
भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) बेशक बेहतरीन प्रयास है, खासकर ऐसे माहौल में जब कांग्रेस (Congress) अपना अस्तित्व बनाये रखने के लिए जीतोड़ संघर्ष कर रही है - लेकिन जिस तरीके से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को रीलांच करने के लिए पुरानी चीजों की पैकेजिंग की गयी है, सफलता थोड़ी संदिग्ध लगती है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
'एक्टिविस्ट' योगेंद्र यादव अब कांग्रेस के लिए 'पिच' तैयार करेंगे!
कांग्रेस (Congress) की 'भारत जोड़ो यात्रा' से योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) जुड़ गए हैं. किसान आंदोलन के दौरान खुद को तटस्थ सोशल एक्टिविस्ट के रूप रखते आए यादव के सियासी मंसूबे समय-समय पर नजर आते रहे हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राहुल गांधी नहीं - अब कांग्रेस नये अवतार में नजर आने वाली है
अब तक कई बार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नये नये अवतार देखने को मिले हैं, लेकिन अब कांग्रेस को नये कलेवर लाने की कवायद चल पड़ी है - दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) ने तो काम संभाल लिया है, ऐसा लगता है अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) भी नेतृत्व जल्दी ही संभाल सकते हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
केजरीवाल की पंजाब में जीत राहुल और ममता के लिये बहुत बड़ी चुनौती होगी!
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अब तक विपक्षी खेमे के लिए अछूत बने रहे हैं, लेकिन पंजाब की जीत सारे समीकरण बदल सकती है - एक झटके में वो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Rakesh Tikait का नाम लेकर किसान नेता अपनी राजनीतिक मंशा जाहिर कर रहे हैं
किसान नेता शुरू से ही कृषि कानून विरोधी आंदोलन (Farmers Protest) के गैर-राजनीतिक होने का दावा करते रहे हैं - लेकिन दर्शन पाल सिंह (Darshan Pal singh) ने जो सलाहियत पेश की है वो राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) सहित सभी किसान नेताओं की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की तरफ इशारा है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
किसान आंदोलन को अन्ना हजारे के रामलीला आंदोलन से कितना अलग समझा जाएगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के कृषि कानूनों (Farm Laws) के वापस लेने की घोषणा के बाद तीन हफ्ते बाद किसानों का धरना (Farmers Protest) खत्म हो रहा है और जनवरी, 2022 में समीक्षा होनी है - मतलब, चुनावों से पहले किसान फिर से अंगड़ाई ले सकते हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Yogendra Yadav के निलंबन ने किसान आंदोलन में घुसी राजनीति का वीभत्स चेहरा सामने ला दिया
लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakihmpur Kheri Violence) के मृतक किसानों की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने के बाद योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) भाजपा कार्यकर्ता (BJP) शुभम मिश्रा के घर संवेदना जाहिर करने गए थे. संयुक्त किसान मोर्चा (Farmers Protest) के अनुसार, योगेंद्र यादव का व्यवहार अमानवीय ही माना गया होगा. तभी उन्हें एक महीने के लिये निलंबित किया गया.