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शबनम को फांसी के फंदे से बचा सकती हैं तीन दलीलें!
अलमोड़ा में अपने परिवार के सदस्यों की हत्या के लिए दोषी पाई गई शबनम को लेकर इंटरनेट पर यही सवाल पूछा जा रहा है- Shaban ko fansi kab hogi? लेकिन शबनम से जुड़े इस मामले में रोज एक नया मोड़ आ रहा है. उसकी फांसी पर फिलहाल भले रोक लग गई, लेकिन ऐसा कब तक हो पाएगा?
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शबनम की फांसी क्या ऐसे अपराध और अपराधियों के लिये लगाम बन पाएगी?
Shabnam Case : हिंदुस्तान में पहली मर्तबा किसी महिला अपराधी को फांसी दिए जाने के साथ ही आधी आबादी के प्रति सामाजिक और संवैधानिक सोच में यहीं से बदलाव आना शुरू हो जाएगा. कालांतर के पुराने रिवायतों और परंपराओं का इतिहास बदलेगा और उसमें एक नया पन्ना जुड़ेगा जिसमें आजादी के 72 वर्ष बाद किसी महिला को उसके आपराधिक कृत्यों के लिए फांसी की सजा को लिखा जाएगा.
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