समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
इंदौर हादसे में जिन्होंने अपनों को खो दिया उनकी पीड़ा कौन समझेगा?
इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे का जिम्मेदार कोई भी हो मगर जिन्होंने अपनों को खो दिया उनकी पीड़ा कौन समझेगा? किसी ने अपना बच्चा खो दिया, किसी ने पत्नी, किसी ने मां तो किसी ने पिता. कोई तो हाथ जोड़े ही बावड़ी (कुएं) में ही समा गया. कहने को कितनी ही बातें कह दी जाएं, मुवाअजे दे दिए जाएं मगर जो चले गए वे लौट कर नहीं आने वाले.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
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