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टमाटर को हमेशा हल्के में लिया, अब जो है सामने वो बेवफाओं से उसका इंतकाम है!
पूर्व में ऐसे तमाम मौके आए जब देश की जनता ने टमाटर का तिरस्कार किया. सस्ते के नामपर बार बार उसे अपमान का सामना करना पड़ा. टमाटर का बदलने का न तो कोई मूड था, न इरादा. बात बस इतनी है कि जिस जिसने भी उसका प्यार भुलाया वो अब टमाटर का इंतकाम देख रहा है.
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सब्जी की माला से पुष्टि हो गयी संसद में महंगाई पर बहस हंसी-ठिठोली से ज्यादा कुछ नहीं है!
जैसा तमाम मोर्चों पर नाकाम, विपक्ष का हाल है. संसद में महंगाई को लेकर चर्चा कम और हंसी ठिठोली ज्यादा हो रही है. बात सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन कांग्रेस की महिला सांसद द्वारा पहनी गयी सब्जियों की माला से इस बात की पुष्टि स्वयं कर दी है.
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सब्जी-भाजी की कीमतें संभाल लीजिये सरकार, महंगा पेट्रोल-डीजल तो सह ही रहे हैं!
जिस तरह लौकी, भिंडी, टिंडे, कद्दू, परवल, तुरई, नींबू जैसी बे-मोल चीजों ने आम आदमी की थाली से मुंह मोड़ा है. हालात चिंताजनक हैं. सरकार को चाहिए कि वो आम आदमी के जीवन से जुड़ी इस परेशानी का संज्ञान लें और हो सके तो इसके लिए खुद पीएम मोदी आगे आएं.
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