समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
ससुराल में प्रताड़ना सही, तलाक के लिए लड़ी, और अब संघर्ष करके यह मां IAS बन गई
घरेलू हिंसा का शिकार हुईं शिवांगी गोयल ने महिलाओं से कहा है कि, ससुराल में अगर तुम्हारे साथ कुछ गलत हो रहा है तो चुप मत रहना. उसका विरोध करना. तुम कुछ भी कर सकती हो. तुम अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हो. तुम चाहो तो मेरी तरह IAS भी बन सकती हो. तुम्हारा भविष्य बेहतर होगा.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
UPSC में टॉप करने वाली लड़कियों ने बता दिया है कि भविष्य हमारा है
जितनी परीक्षा बच्चों की होती होती है, उससे अधिक बेचैनी मां-बाप को होती है. अगर माता-पिता बेटियों की जल्दी शादी करा देंगे, ससुराल वाले पढ़ने नहीं देंगे तो बेटियां IAS कैसे बनेंगी? इसलिए एक बधाई तो इन बच्चियों के माता-पिता और परिवार के सदस्यों को जाती है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
UPSC results: सफलता को पंजाबी या बिहारी के रूप में बांटना जरूरी है क्या?
हम भारतीय हैं तो फिर किसी खेल से या किसी परीक्षा के परिणाम से हम बिहारी, पंजाबी, कश्मीरी, हरियाड़वी, आसामी आदि राज्यों में क्यों बंट जाते हैं. एक तरफ तो लोग दूसरे शहर में अपनी भाषा में बात करने से कतराते हैं. दूसरी तरफ किसी छात्र या खिलाड़ी के बेहतर प्रदर्शन करने पर अपने राज्य का हल्ला बोलते हैं.
सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें
चांदनी IAS हैं तो फोटो को लेकर प्राइवेसी पर बात उठ गई, हमें या आपको कहां इतनी फुर्सत!
त्रिपुरा के कंचनपुर की एसडीएम और 2017 बैच की आईएएस चांदनी चंद्रन ने ट्विटर पर एक पुरानी तस्वीर पोस्ट करते हुए प्राइवेसी के मद्देनजर तमाम बातें की हैं. चांदनी की ये तस्वीर हर उस फ़ोटो ग्राफर/ फ़ोटो जॉर्नलिस्ट से सवाल है, जो पब्लिक प्लेस पर बिना किसी की अनुमति के तस्वीरें लेते हैं और बिना किसी परिणाम की चिंता किये उसे पब्लिक कर देते हैं.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
IAS को लेकर सरकार का नया प्रस्ताव सुधार की दिशा में मामूली प्रयास भर है
केंद्र सरकार द्वारा लाये गए एक प्रस्ताव में कहा गया है कि अब उम्मीदवारों को सेवाओं और कैडर का बंटवारा केवल प्राप्त अंक और पसंद के आधार पर नहीं बल्कि सिविल सेवा परीक्षा और फाउंडेशन कोर्स में प्राप्त संयुक्त अंक के आधार पर होगा. नए प्रस्ताव पर विश्लेषकों और जानकारों के मत भिन्न हैं.
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