सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
महिला दिवस पर साहिर लुधियानवी की बात: 'औरत ने जनम दिया मर्दों को, मर्दों ने...'!
साहिर लुधियानवी के शेरों, गजलों और नज़्मों में औरतों का दर्द और मर्द का उसके प्रति व्यवहार परिलक्षित होता है. साहिर ने अपने बचपन में जो जैसा देखा उसे बाद में अपनी लेखन से उतारा. साहिर के लिए उनकी अम्मी ने बहुत दुख झेला था. उनके वालिद ने बचपन में ही उनका साथ छोड़ दिया था.
समाज | 7-मिनट में पढ़ें
Mirza Ghalib Death Anniversary: हर दौर, हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ लिख गए हैं ग़ालिब!
15 फरवरी आज ही वो दिन था जब 1869 में दिल्ली में उर्दू और फ़ारसी शायरी के स्तंभ मिर्ज़ा ग़ालिब (Mirza Ghalib Death Anniversary) की रूह परवाज़ कर गयी. जिस तरह अपनी क़लम से ग़ालिब ने उर्दू / फ़ारसी शायरी को एक नई धार दी कहना गलत नहीं है कि मिर्ज़ा के साथ अंत हुआ एक ऐसे युग का जिसके सूत्रधार वो ख़ुद थे.
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Ahmed Faraz: वो शायर, बुलंदी और कामयाबी जिसके नाम में थी!
अपनी शायरी से उर्दू अदब (Urdu Litreature) को नयी पहचान दिलाने वाले पाकिस्तान (Pakistan) के मशहूर शायर अहमद फ़राज़ (Ahmed faraz) का शुमार उन लोगों में है जो न केवल तरक्कीपसंद थे बल्कि ये भी चाहते थे कि दो मुल्क भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) एक हो जाएं.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
गुलजार का जन्मदिन मना रहे कुछ फैंस के जश्न से तौबा !
आज गुलज़ार (Gulzar Birthday) का बर्थडे है. गुलज़ार साहब के नाम पर सोशल मीडिया पर ट्रक मार्का अनाप शनाप कविताएं और शायरियां (Gulzar Poetry) पोस्ट करना पाप नहीं महापाप है. लोग नहीं जानते कि फैन और फॉलोइंग के नाम पर वो गुलज़ार साहब के साथ ऐसा बहुत कुछ कर रहे हैं जो कहीं न कहीं उनकी आत्मा को कचोटता होगा.
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