सियासत | बड़ा आर्टिकल
नीतीश कुमार की राह में 'समाधान' से ज्यादा तो व्यवधान ही नजर आते हैं
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की राह में समस्याएं कदम कदम पर बनी हुई हैं, और वे समाधान यात्रा (Samadhan Yatra) के रूट से पूरी तरह बाहर हैं - बक्सर का बवाल (Buxar Protest and Violence) भी ऐसी ही घटना है, जिसे एहतियाती उपायों से टाला भी जा सकता था.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
बिहार की सियासत में 14 जनवरी को कुछ तो बड़ा होने वाला है!
अजीब बात यह कि राजद की ओर से राबड़ी देवी के आवास पर दही-चूड़ा का भोज 14 जनवरी को है और इसी दिन जेडीयू संसदीय दल के नेता उपेन्द्र कुशवाहा के आवास पर जेडीयू की ओर से दही-चूड़ा भोज का आयोजन रख दिया गया है. यह खिंचाव जैसी स्थिति के स्पष्ट संकेत हैं.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
एडीएम साहेब हैं आप, कम से कम तिरंगे का तो सम्मान कर लेते...
अभी-अभी देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना चुका है. और देश की एकता अखंडता का परिचय दुनिया को कराने के लिए हर घर तिरंगा का अभियान भी चला था. तिरंगा का सम्मान में अमूमन भारतवासी दिखे. लेकिन, एडीएम का इस कदर तिरंगे ऊपर प्रहार करना किस बात का प्रतीक है?
सोशल मीडिया | 5-मिनट में पढ़ें
बिहार शिक्षक भर्ती: अभ्यर्थियों के प्रदर्शन का विलेन बना पटना का लाठीबाज ADM
बिहार (Bihar) में एक दिन पहले ही शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग में साढ़े तीन लाख भर्तियों (Teachers Recruitment) का ऐलान किया था. जिस पर नोटिफिकेशन जारी करने की मांग के साथ पटना में धरना दिया गया. जिसमें पटना एडीएम केके सिंह (Patna ADM KK Singh) ने एक अभ्यर्थी पर बेरहमी से लाठियां बरसा दीं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
सियासत | बड़ा आर्टिकल
Tej Pratap Yadav का ताजा बगावती तेवर लालू परिवार के लिए बड़ी मुसीबत है
तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) का बगावती तेवर देखना कोई नयी बात नहीं है. लालू यादव के परिवार में झगड़े (Lalu Yadav Family Feud) का ये नया दौर ज्यादा खतरनाक लगता है - क्योंकि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी अपने बड़े भाई की हरकतों से काफी नाराज बताये जा रहे हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
बिहार की यह महिला अपने 4 बच्चों का पेट पालने के लिए कैब ड्राइवर बनी, सैल्यूट तो बनता है!
पटना की अर्चना पांडे 4 बच्चों की मां हैं. वे अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा और अच्छे भविष्य दिलाने के लिए कैब ड्राइवर बन गईं. अर्चना ने यह कार बैंक से लोन लेकर खरीदा है. वे न सिर्फ पटना बल्कि दूसरे जिलों में भी कैब चलाती हैं.
ह्यूमर | 7-मिनट में पढ़ें
MLA Gopal Mandal : पेट खराब था तो चड्ढी में टहले, दिमाग खराब होता तो...!
ट्रेन, चड्ढी और तबियत चर्चा में हैं. इन्हें चर्चा में लाने का श्रेय किसी आम आदनी को नहीं बल्कि एक जन प्रतिनिधि को जाता है. यहां जिनकी बात हुई है वो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से हैं और आए रोज किसी न किसी कारण के चलते सुर्ख़ियों में रहते हैं. साफ़ है कि चलती ट्रेन में चड्ढी में घूमकर जेडीयू विधायक ने उड़ता तीर ले लिया है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल






