समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
मॉडर्न महिला की पहचान क्या है? साड़ी को स्मार्ट ना समझने वाले जान लें
असल में माडर्न महिला की पहचान उसके पहनावे से नहीं बल्कि उसके नजरिए और जिंदगी जीने के तरीके से है. एक मॉडर्न महिला के आलमारी में जींस से लेकर साड़ी तक होती है. किसने कहा कि कोई मॉडर्न महिला साड़ी नहीं पहनती? मॉडर्न महिला परिवार का ख्याल नहीं रखती?
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
अफगानिस्तान में बुर्के का दाम छू रहा आसमान, जींस पहनने पर बंदूक की नोक से पिटाई कर रहे तालिबानी
अफगानिस्तान में अब आलम यह है कि बुर्के के दाम कहीं कहीं दो गुना तो कहीं 10 गुना बढ़ गए हैं. वहीं जींस पहनने वाले लोगों को बंदूक की नोक से पीटा जा रहा है. तालिबानी जींस को पश्चिमी पहनावा मानते हैं जबकि वे खुद आंखों पर चश्मा और पैरों में बूट पहने नजर आ रहे हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
कपड़े हमारे शरीर की जरूरत हैं, हमारे चरित्र का सर्टिफिकेट नहीं बस इतनी सी ही बात समझनी है!
कपड़े हमारे शरीर, जगह, मौसम, माहौल, पसंद की ज़रूरत होते हैं. हमारे चरित्र का सर्टिफिकेट नहीं, हमारी आधुनिकता की पहचान नहीं, हमारे पिछड़े होने का तमगा नहीं, ना ही इस बात की गारंटी देते हैं कि साड़ी पहनने वाली स्त्री ही सही संस्कार दे सकती है, और जीन्स पहनने वाली नहीं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को बस इतनी सी ही बात समझनी है.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
Ripped Jeans पहन लेना किसी के संस्कार के चीड़-फाड़ से तो बेहतर है!
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जींस के मद्देनजर जो बयान दिया है वो इसलिए भी बेतुका है क्यों कि कोई भी व्यक्ति किसी के पहनावे से किसी के संस्कार तय नहीं कर सकता. बाकी जो बात एक मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत ने कही है वो उन की संकीर्ण मानसिकता का परिचय देती है.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें




