सियासत | बड़ा आर्टिकल
क्या राजस्थान में वसुंधरा राजे के पक्ष में माहौल बन रहा है?
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहा है, भाजपा के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, ये सवाल सबसे जेहन में दौड़ने लगा है. मुख्यमंत्री फेस बनने के लिए भाजपा में दावेदारी बढ़ते जा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ ही कई ऐसे नाम हैं, जो अपने-अपने तरीके से खुद को इस रेस में मान रहे हैं.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
वो हर लड़की प्रिया सिंह है जो स्टीरियोटाइप तोड़ती है
हमारे लिए हर वह लड़की प्रिया सिंह है जो रुढ़िवादी सोच को तोड़कर आगे निकल जाती है. चाहे वह अपने घर में हो या किसी क्षेत्र में. प्रिया सिंह बनने के लिए बॉडी बिल्डर बनना जरूरी नहीं है, बल्कि अपने लिए वह फैसला लेना है जो सही है, ना कि जमाने की पुरानी सोच के नीचे दबना है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
विधानसभा चुनावों से पहले नए जिलों के गठन में उलझे सीएम गहलोत!
राजस्थान में अभी 33 जिले हैं. जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा प्रांत है. राजस्थान का क्षेत्रफल 3 लाख 42 हजार 236 वर्ग किलोमीटर है. जो जर्मनी जैसे देश से भी बड़ा है.क्षेत्रफल में राजस्थान से छोटे मध्य प्रदेश में 55 जिले हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | बड़ा आर्टिकल
बुजुर्ग महिला को मार डालने वाले 'पिटबुल डॉग' को हत्यारा मत कहिए...
लोग पिटबुल डॉग (Pitbull Dog) को अपराधी बता रहे हैं. वे कह रहे हैं कि जिसे बेटे की तरह पाला, जिसे खाना खिलाया उसने ही आज मां की जान ले ली. तो क्या इसमें गलती कुत्ते की है? आजकल के जमाने में जब इंसान का भरोसा नहीं है तो फिर जानवर से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं.
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ह्यूमर | 7-मिनट में पढ़ें
फैंटा से मैगी के बाद मिरिंडा से गोलगप्पा, अब दुनिया ख़त्म हो जाए तो ही ठीक है!
दुनिया में कुछ चीजें ऐसी हैं जो जैसी हैं वैसी ही अच्छी लगती हैं जैसे गोल गप्पा. सोचिये कोई ज्यादा रचनात्मक हो जाए और गोल गप्पे का पानी मिरिंडा से बना दे तो क्या होगा ? जाहिर है जैसा हम भारतीयों का गोल गप्पे के प्रति मोह है, इस तरह का कुछ देख लेने के बाद यही इच्छा होगी कि बेहतर है कि ये दुनिया जल्द से जल्द ख़त्म हो जाए.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
मोदी के हिंदुत्व के आगे राहुल गांधी का हिंदू कार्ड गंगा में डूब गया, क्योंकि...
राहुल गांधी यदि सही हैं तो मोदी की तरह जनता के दिलों में अपील क्यों नहीं करते? राहुल गांधी का 'हिंदू सच' शराब की दुकान पर बैठकर भजन गाने जैसा क्यों दिखाई देता है? राहुल गांधी सच, प्रेम करुणा, भाईचारा बोलते वक्त इतने ग़ुस्से और आक्रोश में रहते हैं कि ये शब्द अपनी संवेदनाएं खो देते हैं.
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