समाज | 2-मिनट में पढ़ें
धार्मिक पाखंडियों के लिए किसी सुनामी से कम नहीं हैं 'सुहानी'...
सुहानी ने पूरे इंटरनेट पर तहलका मचाया हुआ है. सुहानी फेस रीडिंग में दक्ष है.वो लोगों के मन को पढ़ने के चमत्कार दिखा रही है. वो इस मनोविज्ञान या चमत्कार को कला कहती हैं.ऐसी कला में दक्ष बाबा, स्वामी, तांत्रिक, मौलाना,रम्माल या ईसाई धर्म गुरु लाखों-करोड़ों का दिल जीत लेते हैं. उनके दर्शन करने, उन्हें सुनने और उनके चमत्कार देखने हजारों लोग आते हैं.
सिनेमा | 3-मिनट में पढ़ें
जादूगर के जितेंद्र समझें 'बॉय टू द नेक्स्ट डोर' से काम नहीं चलता, एक्टिंग भी करनी पड़ती है!
नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई जादूगर देखने के बाद इतना तो साफ़ है कि, जितेंद्र कुमार में हीरो जैसी बॉडी, लुक्स वगैरह नहीं है. आम सा चेहरा... जो गुस्से में ढेले जैसी आंखों से सब झुंझलाहट कहता है. उनका चेहरा, दबी मुस्कान ही उनकी यूएसपी है. लेकिन सिर्फ 'बॉय टू द नेक्स्ट डोर' से काम नहीं चलता. एक्टिंग भी करनी पड़ती है.
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
Jaadugar Review: अमोल पालेकर होना बच्चों का खेल नहीं है, इतनी सी बात याद रखें जितेंद्र
Netflix पर हालिया रिलीज फिल्म जादूगर को देखने के बाद, कह सकते हैं कि, अमोल पालेकर को कॉपी करने से बेहतर है कि, फिल्म के एक्टर जितेंद्र कुमार, एक्टिंग पर फोकस रखें. कहीं ऐसा न हो कि उनका सूरज उदय होने के पहले ही अस्त हो जाए.
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें




