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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राहुल गांधी न्यायपालिका और मीडिया को लेकर पूर्वाग्रह से भरे हुए क्यों हैं?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कुछ छात्रों को सुनने की कला सिखाने लंदन गये थे, लेकिन वो समाचार सुनने की भी जहमत नहीं उठायी जिसमें चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने ऐसा फैसला सुनाया है जिसने मोदी सरकार (Narendra Modi) को खामोश कर दिया है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
सुप्रीम कोर्ट के दोनों फैसले सरकार के खिलाफ हैं - विपक्ष को तो खुश होना चाहिये
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से दो बड़े फैसले आये हैं. प्रथम दृष्टया दोनों ही केंद्र की मौजूदा सरकार के खिलाफ लगते हैं. अदानी-हिंडनबर्ग केस (Adani-Hindenburg Case) को अलग रख कर देखें तो चुनाव आयोग (Election Commission) पर अदालती आदेश से कोई खास व्यावहारिक फर्क भी आएगा क्या?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
बाल ठाकरे नहीं, शरद पवार तो मुलायम या लालू यादव बनना चाहते हैं
शरद पवार (Sharad Pawar) ने चुनाव आयोग के फैसले पर यू-टर्न यूं ही नहीं लिया है. असल में ये नया स्टैंड एनसीपी को लेकर उनका डर दिखा रहा है - और वो ये है कि ऐसा न हो भविष्य में सुप्रिया सुले (Supriya Sule) का हाल भी उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) जैसा हो जाये.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
उद्धव ठाकरे के पास एक उम्मीद और थोड़ी संभावनाओं के सिवा कुछ भी नहीं बचा है
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को चुनाव आयोग की तरफ से शिवसेना (Shiv Sena) का असली नेता मान लेने के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के पास संघर्ष का रास्ता और सीमित विकल्प ही बचे हैं - हां, समझौते के बारे में सोचें तो रास्ता थोड़ा आसान हो सकता है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
चुनाव आयोग चैन से सो रहा था, लेकिन 'चुनावी ट्वीट' को लेकर अब जाग गया है
कोई पार्टी या चुनाव लड़ रहा नेता ट्वीट भी ना कर सकेगा, अगर चुनाव प्रचार खत्म होने की घंटी बज गयी है तो. देर से ही सही, चुनाव आयोग (Election Commission) ने दुरूस्त फैसला लिया है - अब चुनाव प्रचार (Poll Campaign) बंद होने के बाद सोशल मीडिया (Social Media) के इस्तेमाल पर भी आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
इंडिया को खत्म करने की धमकी देने वाले फवाद चौधरी देशद्रोह के आरोप में जेल में हैं!
पाकिस्तान में एक बार फिर सियासी घमासान मचा है. वजह बने हैं पीटीआई के वरिष्ठ नेता और इमरान खान के बेहद करीबी फवाद चौधरी. फवाद को देशद्रोह के गंभीर आरोपों के चलते हिरासत में लिया गया है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
भारतीय चुनाव प्रक्रिया में रिमोट वोटिंग की आहट वाकई स्वागत योग्य है
अभी दिल्ली दूर है इस मायने में कि चुनाव आयोग को कई कानूनी, तकनीकी और राजनीतिक अड़चनों को पार करना है.ऊपर से तमाम हेडलाइनों का सार निकालें तो ईवीएम पर संदेह दूर नहीं हुए तो रिमोट वोटिंग सिस्टम की तैयारी क्यों?
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
गुजरात चुनाव 2022 : गिरता मतदान प्रतिशत लोकतंत्र के प्रति जनता की उदासीनता दर्शाता है!
दरअसल राजनीतिक दल कभी प्रत्याशियों के चयन में जनता की राय जानने की ईमानदार कोशिश करते ही नहीं. तब जातिवाद, धन बल, बाहुबल और भाई-भतीजावाद की बिना पर टिकट मिले उम्मीदवारों में जनता रुचि क्यों ले ? शायद यही वो कारण है जिसके चलते वोटर चुनाव के दिन वोट डालने नहीं आते.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
चिराग पासवान अगर खुद को दूसरा नीतीश समझ रहे हैं तो ये बीजेपी को भी मंजूर होगा क्या?
चिराग पासवान (Chirag Paswan) को अच्छे दिन आने के संकेत मिल चुके हैं, हालांकि, एनडीए में वापसी पर अंतिम मुहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात के बाद ही लगेगी. ऐसा लगता है जैसे वो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जगह लेना चाहते हों - लेकिन बीजेपी ऐसा होने देगी?