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नोट पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो से बात उठी है, तो दावेदार और भी हैं...
केजरीवाल को नोटों को लेकर आध्यात्मिक बयान क्यों देना पड़ा वजह किसी से छिपी नहीं है. लेकिन यदि उनकी बातों में दम है तो फिर मामले को सिर्फ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर तक ही क्यों सीमित रखा जाए.शिवाजी, भगत सिंह, सुभाषचंद्र बोस, पेरियार, महाराणा प्रताप. ध्यानचंद, लता मंगेशकर जैसे लोगों में क्या ही बुराई है?
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