संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें
नवाब मीर जाफर की मौत ने तोड़ा लखनऊ का आईना...
मीर जाफर अब्दुल्ला की मौत से पूरा लखनऊ सूना हो गया है. मीर जाफर अब्दुल्ला सिर्फ एक नाम नहीं था ये एक तहज़ीब थे,तहरीक थे, एक तारीख़ थे. वो लखनऊ के नवाबों की सांस्कृतिक विरासत संजोने वाले नवाबीन दौर के नुमाइंदे ही नहीं थे बहुत कुछ थे. वो शहर-ए-लखनऊ की पहचान थे. इतिहासकार, किस्सागो, रंगकर्मी और फिल्म कलाकार भी थे.
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
Qala Movie: बाबिल की अलहदा अदाकारी ने बता दिया, वो इरफान खान के सच्चे उत्तराधिकारी हैं!
दिवंगत दिग्गज अभिनेता इरफान खान के बेटे बाबिल खान ने फिल्म 'कला' के जरिए अपना बॉलीवुड डेब्यू कर लिया है. ये फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है. इसमें बाबिल ने अपनी अलहदा और मासूम अदाकारी से हर किसी का दिल जीत लिया है. उनको अभिनय करते देख इरफान साहब की बरबस याद आ जाती है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
UP Elections 2022: राजनीतिक पार्टियों के घोषणा पत्र और बदहाल कलाकार...
लोक कला और लोककलाकारों की आर्थिक सामाजिक स्थिति पर पता नहीं क्या योजनाएं हैं? हैं भी तो कितनी उन तक पहुंच रही है ? कला और कलाकारों का उद्धार ऐसा थोड़े ही होगा? सुदूर गांव में बैठे लोककलाकारों के लिए कोई राजनीतिक पार्टी कुछ नहीं सोच समझ पाती. बड़े बड़े कलाकारों लेखकों के घर बिक गये. समय पर इलाज़ नहीं मिल सका.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
चोरी करने के लिए मॉडर्न चोर 90 लाख रु तक का निवेश भी करता है!
आज के समय में जिसके पास पैसा बहुत ज्यादा वह उसे कहीं न कहीं इन्वेस्ट करने की सोचता है. हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले इन डॉक्टर साहब ने भी कई लोगों की बंजर जमीन पर लहलहाती 'फसल' उगाने के सहारे करोड़ों रुपये बना लिए थे. अब इन रुपयों को ठिकाने भी लगाना था. वरना इनकम टैक्स और भी न जाने कौन-कौन से टैक्स भरने पड़ते.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
हिन्दू देवी–देवताओं के अपमान से मुनव्वर फारुकी को क्या मिला?
जैसे एमएफ हुसैन ने हिन्दू-देवताओं के नग्न चित्र बनाकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत किया था, मुनव्वर फारूकी (Munawar Faruqui) भी देवी-देवताओं पर तंज कस रहा है. उसे अब इंदौर में गिरफ्तार कर लिया गया है. अब कुछ सेक्युलरवादी इसे अन्याय बता रहे हैं और सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
आत्महत्या की कगार पर थे वो, काश कोई बचा लेता...
इंसानी जान को एक बड़ा खतरा खुद से है. यानी आत्महत्या. हर देश की अपनी कहानी है और अपनी परेशानी है. इंग्लैंड में हर दो घंटे में एक आदमी अपनी जान खुद ले लेता है. यानी हर सप्ताह 84 पुरुष आत्महत्या करते हैं. अब इसी 84 के आंकड़े ने नई सोच पैदा करने की ठानी है.
समाज | बड़ा आर्टिकल






