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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का राष्ट्रवाद को खतरनाक बीमारी बताना कितना सही?
कांग्रेस पार्टी (Congress) के वरिष्ठ नेताओं में शुमार शशि थरूर (Shashi Tharoor) की नई किताब 'द बैटल ऑफ बिलॉन्गिंग' के विमोचन के दौरान पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने राष्ट्रवाद (Nationalism) को बीमारी बताकर जो विवाद खड़ा किया उसपर देश की जनता का आहत होना और प्रतिक्रियाएं देना स्वाभाविक था.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
जो हमेशा बोया वो गणतंत्र दिवस पर काट रहा है दारुल उलूम
गणतंत्र दिवस से पहले जो बातें दारुल उलूम ने कहीं हैं वो ये साफ बताती हैं कि अगर आज देश के सामने मदरसों को लेकर संदेह की स्थिति बनी हुई है तो इसकी एक बड़ी वजह मदरसे का एडमिनिस्ट्रेशन है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
मध्यप्रदेश में 'वंदे-मातरम' गाने की परंपरा टूटने पर सियासत शुरू
कमलनाथ सरकार के 'वंदे-मातरम' गाने की परंपरा तोड़ने पर राजनीतिक गलियारों में भूचाल आना तो तय था. सो आया. परंपरा शुरु करने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मैदान में आ गए हैं.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
आस्तीन के सांप हों चाहे गले के, दोनों को 72वां इंडिपेंडेंस डे मुबारक
इस साल स्वतंत्रता दिवस और नाग पंचमी साथ-साथ आए हैं. यदि ऐसा हुआ है तो कुछ सोचकर ही हुआ होगा. वरना दो त्योहार एक-दूसरे क्यों कॉम्पिटीशन करेंगे?
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
आशुतोष मिश्रा
@ashutosh.mishra.9809
कासगंज हिंसा : एक हफ्ते बाद घर से निकले कुछ बुनियादी सवालों के जवाब
उत्तर प्रदेश का कासगंज हिंसा की आग में जल चुका है. हालांकि अब भी स्थिति तनावपूर्ण है मगर पूर्व की अपेक्षा आज हालात पहले की तरह पटरी पर आते नजर आ रहे हैं.
सोशल मीडिया
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
हर बार क्यों उपद्रव की आग में खर डाल देते हैं ये नीले टिक लगे लोग !
आज जो हालात हैं उनको देखकर यही कहा जा सकता है कि किसी भी उपद्रव की स्थिति में सरकार को सबसे पहले सोशल मीडिया को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि आधी मुसीबत की जड़ सोशल मीडिया है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
रणविजय सिंह
@ranvijaysinghlive
चंदन - अख़लाक़ कांड से खुश होने वाले कॉमन लोग...
उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक बड़ा हादसा हो चुका है और इसके साथ शुरू हो चुकी है नफरत और लाश की सियासत. जिसे अगर वक्त रहते नहीं रोका गया तो भविष्य में परिणाम बेहद घातक होंगे.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पद्मावत, भंसाली के समर्थन, करणी के विरोध में लिखकर कासगंज पर आखिर खामोश क्यों हो तुम ?
कासगंज को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर शुरू हो गया है. मॉर्फ तस्वीरों, भड़काऊ संदेशों, ललकारने वाले ट्वीट्स और फेसबुक पोस्ट से तिल से ताड़ बनाकर मामले को घिनौना रूप देने का काम शुरू हो गया है जिसके परिणाम बहुत घातक होंगे.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
राष्ट्रवाद जगाने के लिए "भारत माता" का मेकओवर और अपग्रेड
आज जो हालात हैं उनमें राष्ट्रवाद की अवधारणा बिन भारत माता के अधूरी है. लेकिन जब हम तर्क की दृष्टि से भारत मां को देखते हैं तो मिलता है कि, राष्टवाद की फील को गाढ़ा करने के लिए राजनीति द्वारा समय समय पर भारत माता को अपग्रेड किया गया है.