सियासत | बड़ा आर्टिकल

शरद पवार की सलाह पर भला कब तक चल सकती है 'बालासाहेब' की शिवसेना, उद्धव फैसला लेने में अक्षम साबित!
क्या यह वही शिवसेना है एनसीपी के साथ जिसके गठबंधन को वैचारिक वजहों से बालासाहेब ने हमेशा खारिज किया. बालासाहेब के बाद शिवसेना की स्थिति यह हो गई है कि शरद पवार से सलाह लेना पड़ रहा है. वे उद्धव ठाकरे को घुड़की भी दे रहे हैं.सियासत | बड़ा आर्टिकल

एकनाथ शिंदे का हश्र राज ठाकरे और नारायण राणे जैसा तो नहीं हो जाएगा!
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. बढ़ना भी चाहिये, लेकिन एक बार ध्यान इस बात पर भी देना चाहिये कि राज ठाकरे (Raj Thackeray) और नारायण राणे (Narayan Rane) का शिवसेना छोड़ने के बाद क्या हाल हुआ - कैसे कदम कदम पर संघर्ष करने पड़े?सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

उद्धव को कुरान का सहारा, शिवसेना की खोल में NCP वर्कर्स का तोड़फोड़; क्या ये बालासाहेब की पार्टी है?
उद्धव ठाकरे की कुर्सी बचाने के लिए हर तरह की कसरत हो रही है. शिवसेना के कार्यकर्ता कहीं कुरान ख्वानी कर रहे हैं और कहीं कथित शिवसैनिक तोड़फोड़ के जरिए बागी विधायकों को डरा रहे हैं ताकि उन्हें फिर से उद्धव के पक्ष में किया जा सके. क्या यह बालासाहेब की पार्टी दिख रही है?सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

Maharashtra Political Crisis: कारण जो शिवसेना को भाजपा से दूर रहने को मज़बूर करते हैं!
महाराष्ट्र में सरकार बचाना उद्धव ठाकरे के लिए बड़ी चुनौती है. यदि शिंदे ने बगावत की है तो इसका जिम्मेदार भारतीय जनता पार्टी को बताया जा रहा है. अगर आज भाजपा और शिवसेना एक दूसरे के दुश्मन बने हैं तो ये यूं ही नहीं है. इसके पीछे जो कारण हैं वो कई मायनों में खासे दिलचस्प हैं.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

उद्धव ठाकरे को कहीं राहुल गांधी जैसा तो नहीं समझा जाने लगा है
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक ही वक्त एक ही दुश्मन की वजह से परेशान हो रहे हैं - दोनों के ही आरोप रहे हैं कि उनके खिलाफ जो कुछ भी हो रहा है, जिम्मेदार सिर्फ बीजेपी (BJP) है - कोई और नहीं, लेकिन क्या वाकई ऐसा ही है?सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

CM का पद देने पर भी एकनाथ शिंदे नहीं आ रहे, यानी बागियों की चिंता सत्ता नहीं कुछ और है
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके सलाहकार संजय राऊत, एकनाथ शिंदे की बगावत को नारायण राणे और छगन भुजबल की बगावत जैसा मानने की भूल कर रहे हैं. राणे और भुजबल सेना छोड़कर ऐसे दलों में गए थे, जिसे रौंदते हुए महाराष्ट्र में सेना ताकत बनी थी. या तो सेना सरेआम हिंदुत्व की राजनीति से तौबा कर ले वरना एनसीपी-कांग्रेस से गठबंधन में उद्धव ठाकरे का भविष्य फिलहाल तो नहीं है.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें

महाराष्ट्र घमासान पर स्वरा भास्कर का एक्सपर्ट कमेंट चुटीले फैक्टचेक के हत्थे चढ़ा!
महाराष्ट्र में सियासी दंगल (Maharashtra Politics Crisis) चल रहा है. ऐसे मौके पर हर सम-सामयिक मामले पर जबरदस्ती अपना एक्सपर्ट कमेंट देने वाली स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) कैसे चुप रह सकती थीं? तो, उन्हें मौका मिला और वो मुद्दे में कूद पड़ीं. लेकिन, उनके इस एक्सपर्ट कमेंट को जवाब चुटीले फैक्टचेक से मिला है.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
