सियासत | बड़ा आर्टिकल
370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में सब कुछ बढ़िया हो गया - सिर्फ आतंकवाद रुकने के!
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों (JK Terror Incidents) को 90 के दशक से जोड़ कर देखा जाने लगा है - अमित शाह (Amit Shah) सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर रहे हैं और LG मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) कह रहे हैं आतंकियों के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे - ऐसे कब तक चलेगा?
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
धारा 370 खत्म होने का क्या असर है, ये शाह फैसल के ट्वीट से समझें!
शाह फैसल ने एक इंटरव्यू (Shah Faesal interview) के दौरान कहा था कि अनुच्छेद 370 की हटाए जाने के बाद से केवल दो ही स्थितियां कश्मीरियों के सामने हैं. कश्मीरी दिल-दिमाग से भारत के साथ रहें या फिर पूरी तरह खिलाफ हो जाएं. फैसल ने कहा था कि अब बीच का कोई रास्ता नहीं है.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में 4G बहाली की एक उपलब्धि हांंसिल की, अब दूसरी की बारी...
जम्मू कश्मीर में 4G सेवाएं (4G Services in Jammu Kashmir) बहाल किया जाना LG मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) के खाते में उपलब्धि के तौर पर दर्ज की जाएगी - अब अगले कदम विधानसभा चुनाव (Elections) को लेकर भी ऐसी ही उम्मीद की जानी चाहिये.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
Shehla Rashid को Anti National बताने वाले अब्बू सुन लें, अब कुछ नहीं हो सकता चचा!
जेएनयू वाली कॉमरेड शेहला राशिद शोरा (Shehla Rashid Shora) पर उनके अब्बू अब्दुल रशीद शोरा ने गंभीर आरोप लगाए हैं. बात सीधी और साफ़ है अपने क्रांतिकारी विचारों से देश बदलने के लिए जी जान एक करती शेहला राशिद क्रांति की शुरुआत घर से करें वहीं जो बातें पिता जी ने कही है उसपर एक संदेश है, अब तो वाक़ई कुछ नहीं हो सकता चचा.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
गुलाम नबी आजाद समेत चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर कार्रवाई कांग्रेस का आत्मघाती वार होगा
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) अगर गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) को बगैर जनाधार वाले बाकी नेताओं की तरह हल्के में ले रही हैं तो बहुत बड़ी भूल कर रही हैं. गुलाम नबी आजाद जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) से आते हैं और मौजूदा राजनीतिक माहौल में उनके जैसे नेताओं का महत्व बढ़ रहा है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
Shah Faesal के लिए मोदी सरकार को जम्मू-कश्मीर में बड़ा रोल तैयार करना चाहिये
शाह फैसल (Shah Faesal) की प्रशासनिक पृष्ठभूमि भी है और छोटा ही सही राजनीतिक अनुभव भी. Article 370 हटाये जाने के बाद अगर शाह फैसल के अनभवों के कॉम्बो पैकेज का फायदा जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के लोगों किसी रूप में मिलता है तो उनकी प्रतिभा का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
'नदिया बेग' की ही तरह सरकार शाह फैसल को भी रहम की निगाह से देखे!
एक लम्बे समय तक सरकार (Modi Government) की आलोचना करने वाली नादिया बेग (Nadia Beigh) सिविल सर्विसेज पास करके 350वीं रैंक लाई हैं यानी आलोचक होने के बावजूद सरकार ने बदले की भावना को नहीं दर्शाया.सरकार को ऐसा ही कुछ शाह फैसल (Shah Faesal) के साथ करना चाहिए और एक नजीर स्थापित करनी चाहिए.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
Farooq Abdullah: रिहाई जम्मू-कश्मीर में कितना फर्क लाएगी?
फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) की 7 महीने बाद हुई रिहाई जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात में हुए सुधार का संकेत है. सूबे में पंचायत चुनाव की तैयारी और परिसीमन (Jammu-Kashmir Delimitation Process) के काम भी चल रहे हैं - ये रिहाई वैसी ही कोशिशों की कड़ी में से एक लगती है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें



