समाज | 3-मिनट में पढ़ें
हंगामा है क्यों बरपा? हनुमान जी की मूर्ति के आगे लड़कियों ने बॉडी बिल्डिंग ही तो की है!
आपकी सोच यदि लड़कियों के कपड़ों से ऊपर नहीं उठती, तो याद रखिए। आप गिरे-पड़े ही हैं. वस्त्र इंसानों ने अपनी जरूरतों के हिसाब से बनाए हैं. ओलंपिक हो या स्वीमिंग या जिमनास्टिक या फिर बाडी बिल्डिंग सभी में कपड़े कम ही पहने जाते हैं. लेकिन यदि आपको सिर्फ स्त्रियों के कपड़े अखरते हैं तो आपकी आंख में ही कुछ काला है. जिसके कारण आपको दुनिया काली नजर आती है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें


