सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
‘स्व’ के आधार पर छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्थापित किया ‘हिन्दवी स्वराज्य’!
राज्य संचालन के अन्य क्षेत्रों में भी शिवाजी महाराज ने ‘स्व’ की भावना के आधार पर व्यवस्थाएं बनायीं. स्वराज्य की अपनी मुद्रा होनी चाहिए इसलिए महाराज ने मुगलों द्वारा चलाई गई मुद्रा बंद करके सोने और तांबे के नये सिक्के जारी किए थे. शिवाजी ने बड़े आर्थिक व्यवहार के लिए स्वर्ण मुद्रा बनवायी, जिसे ‘होन’ नाम दिया गया. जबकि सामान्य आर्थिक व्यवहार के लिए तांबे की मुद्रा बनवायी गई, इस ताम्र मुद्रा को ‘शिवराई’ कहा गया.
संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें
क्या इस्लाम में भी है इंद्र, वरुण जैसे देवताओं की संकल्पना?
इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार अल्लाह ने फरिश्तों को नूर या रौशनी से बनाया है. अगर हिंदू धर्म के अंदर देवताओं की संकल्पना को देखें तो यहां भी परम पुरुष परमेश्वर ने देवताओं को प्रकाश से ही बनाया है. देवता शब्द की व्युपत्ति दिव् धातु से हुई है जिसका अर्थ है प्रकाश. इस अर्थ में देवता प्रकाशमान ईश्वरीय सत्ता है ठीक उसी तरह जैसे फरिश्ते होते हैं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
मदरसों पर सरमा ने कुछ सही बोला, कुछ गलत- चर्चा दोनों पर होनी चाहिए!
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 'मदरसा' शब्द का अस्तित्व अब समाप्त हो जाना चाहिए. इसके पीछे जो तर्क उन्होंने दिए हैं वो मजबूत तो हैं लेकिन जैसी उनकी बातें हैं साफ़ है कि इन बातों के पीछे उनका अपना अलग एजेंडा है और उस एजेंडे पर बात बिल्कुल होनी चाहिए.
संस्कृति | बड़ा आर्टिकल
ईसा मसीह और हनुमान जी के जन्म की कथा एक जैसी है...
कहा जाता है कि ईसा मसीह कयामत तक चिरंजीवी रहेंगे. कुछ ऐसा ही हनुमान जी के साथ भी है. दोनों के जन्म की कथाओं में भी अद्भुत समानता है. महावीर हनुमान जी के जन्म की कथा जिस प्रकार से अद्भुत और दिव्य है, उसी प्रकार से ईसा मसीह के जन्म की कथा भी अद्भुत, दिव्य और रहस्यमय है. दोनों ही ईश्वरीय सत्ता के महान स्वरुप के रूप में पूजित होते हैं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
स्वीडन में क्यों भड़के मुसलमान और क्यों हो रहे हैं दंगे? जानिए, क्या है पूरा मामला
ग्लोबल पीस इंडेक्स 2021 में 15वें स्थान पर रहने वाला स्वीडन (Sweden) इन दिनों 'सांप्रदायिक दंगों' की आग में झुलस रहा है. अपने 'बहुसंस्कृतिवाद' और 'शांतिप्रियता' के लिए मशहूर छोटे से इस देश स्वीडन में गाड़ियों को फूंकने से लेकर बाजारों में लूटपाट (Communal Riots) तक की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
कर्नाटक HC में Hijab समर्थकों का विवाद में कुरान को घसीटना इल्लॉजिकल हथकंडा है!
Hijab Row पर कर्नाटक हाई कोर्ट में तमाम तरह की बातें कही जा रही हैं. की जा रही हैं. ऐसे में सुनवाई के दौरान कुरान को घसीटा गया है और वो कह दिया है जिसका सिरा अगर कोई समझदार इंसान भावनाओं और धार्मिक मान्यताओं को दरकिनार कर खोजना भी चाहे, तो वो उसे शायद ही मिले.
समाज | बड़ा आर्टिकल
सियासत | बड़ा आर्टिकल
Hijab case: कर्नाटक हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में सामने आई 9 'मुद्दे की बात'
हिजाब विवाद (Hijab Row) पर कर्नाटक हाईकोर्ट (Karnataka High Court) में चल रही सुनवाई में याचिकाकर्ता छात्राओं के वकील देवदत्त कामत ने अदालत के सामने कुरान की आयत का हवाला देते हुए हिजाब को आवश्यक धार्मिक प्रथा बताया. आइए जानते हैं सुनवाई के दौरान सामने आईं 9 मुद्दे की बात...
समाज | 4-मिनट में पढ़ें



