सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

पेट्रोल-डीजल के कोहराम के बीच नितिन गडकरी ढ़ूंढ़ रहे हैं कीमत कम करने का रामबाण इलाज...
भारत में मचे पेट्रोल और डीजल के दामों में हाहाकार के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान ने साफ कर दिया है कि केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करने की जगह इसका रामबाण इलाज खोज रही है और पेट्रोल और डीजल से मुक्ति दिलाकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना देख रही है.इकोनॉमी | बड़ा आर्टिकल

पेट्रोल के 'शतक' में कौन-कौन है पर्दे के पीछे रहने वाले खिलाड़ी? जानिए...
केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर राजस्व पाने के लिए भारी मात्रा में टैक्स लगाया जाता है. हालांकि, राज्य भी टैक्स लगाने में पीछे नही हैं. केंद्र सरकार की ओर पेट्रोल पर करीब 100 फीसदी टैक्स लिया जाता है. राज्य सरकारें भी इस पर वैट व अन्य शुल्क के जरिये राजस्व वसूलती हैं. राज्य सरकारें वैट व अन्य शुल्क केंद्र के द्वारा लगाए गए टैक्स के मूल्य पर लगाती हैं.ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें

हंगामा है क्यों बरपा? पेट्रोल की थोड़ी सी कीमत ही तो बढ़ी है...
पहले राजस्थान का श्रीगंगानगर फिर एमपी का भोपाल पेट्रोल ने कीमत के मामले में शतक जड़ दिया है. हो हल्ला शुरू हो गया है और बढ़ी हुई कीमतों के मद्देनजर केंद्र सरकार-पीएम मोदी की आलोचना हो रही है. आलोचक जो कहें लेकिन सच्चाई बस यही है कि देश का विकास यूं ही होगा. बाकी पूर्व की सरकारों ने पेट्रोल का खूब शोषण किया है. अब और नहीं.समाज | 4-मिनट में पढ़ें

Twitter Trend: दो लड़कियों की प्राइवेट चैट लीक होना इतना बड़ा बवाल क्यों है?
एक छात्रा Zoom app पर ऑनलाइन क्लास कर रही थी. उसी वक्त उसकी एक सहेली की कॉल आ गई. दोनों में बातें होने लगी. माइक म्यूट नहीं था, सो उनकी बात सबने सुन ली. किसी ने ऑडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया. बस फिर क्या था, अब सभी इस पर मजे ले रहे हैं.ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें

महंगाई तो बहाना है, मजा आता है नेपाल जाकर पेट्रोल भरवाने में!
महंगाई से आम आदमी हलकान होकर त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहा है. लेकिन, इन आम आदमियों के बीच राजनीतिक प्रतिबद्धता वाले लोग बड़े अजीब हैं. किसी को इस महंगाई में देश का विकास नजर आ रहा है. कोई कह रहा है कि सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. मतलब कि ऐसे लोग हमारे ही बीच में हैं और हम उन्हें पहचान नहीं पा रहे हैं.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

Crude oil price: राहुल गांधी और शशि थरूर को मिलिंद देवड़ा से ज्ञान लेना चाहिए
तेल की कीमतों (Crude Oil Price)के मद्देनजर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने जो आरोप केंद्र सरकार पर लगाए हैं उसपर जो तर्क मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) ने दिया है वो एक ऐसी वास्तविकता है जिसपर राजनीति को दरकिनार कर राहुल गांधी और शशि थरूर दोनों को सोचना चाहिए.टेक्नोलॉजी | 6-मिनट में पढ़ें
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