सियासत | बड़ा आर्टिकल
हिंदुओं के खिलाफ सबसे बड़ी साजिश है आर्टिकल 30, पढ़ें ट्विटर की ये चर्चा
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सूबे के ऐसे मदरसों (Madrasa) के सर्वे का निर्देश जारी किया है, जिन्हें मान्यता नहीं मिली है. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आर्टिकल 30 (Article 30) का हवाला देते हुए इस फैसले का विरोध किया है. वहीं, ट्विटर पर एक यूजर ने आर्टिकल 30 को हिंदुओं (Hindu) के खिलाफ साजिश बताया है. पढ़िए क्या कहता है ये ट्विटर थ्रेड...
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
मदरसों पर सरमा ने कुछ सही बोला, कुछ गलत- चर्चा दोनों पर होनी चाहिए!
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 'मदरसा' शब्द का अस्तित्व अब समाप्त हो जाना चाहिए. इसके पीछे जो तर्क उन्होंने दिए हैं वो मजबूत तो हैं लेकिन जैसी उनकी बातें हैं साफ़ है कि इन बातों के पीछे उनका अपना अलग एजेंडा है और उस एजेंडे पर बात बिल्कुल होनी चाहिए.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
मदरसों के लिए दानिश की प्लानिंग अच्छी है मगर मुसलमानों की जड़ता का क्या?
मदरसों को लेकर यूपी सरकार के युवा मुस्लिम चेहरे दानिश आजाद अंसारी के प्लान तो अच्छे हैं मगर उस जड़ता और कट्टरपंथ का क्या जो मुसलमानों में विद्यमान है. सवाल है कि क्या अपनी प्लानिंग से मुसलमानों की जड़ता को दूर कर पाएगी योगी सरकार ?
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
बहुसंख्यक हिंदू आबादी को तालिबानी सोच वाला बताने से मुस्लिमों की हालत नहीं सुधरेगी
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) खुद को एक नास्तिक और अपॉलिटिकल शख्स के तौर पर लोगों के सामने पेश करते हैं. लेकिन, वो शरद पवार के यहां तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट वाली बैठक में भी नजर आते हैं. तो, जावेद अख्तर के इस बयान को अराजनीतिक तरीके से नहीं देखा जाना चाहिए.
सियासत | बात की बात... | बड़ा आर्टिकल
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
धार्मिक कट्टरता रोकने के लिए फ्रांस जैसा कानून क्या भारत में लागू हो सकता है?
भारत में ‘कट्टरता’ के अलग-अलग स्वरूपों की उपस्थिति ऐसा विषय है, जिस पर नीति निर्माताओं को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. किसी भी प्रकार की आधिकारिक नीति की अनुपस्थिति में यह समस्या और भी गंभीर हो गई है. सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिये फ्रांस की भांति एक व्यापक नीति की रूपरेखा तैयार करे ताकि कट्टरता के किसी रूप से प्रभावित लोगों को बचाया जा सके.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
कांग्रेस के उदित राज समझें कुंभ और मदरसा दो अलग अलग चीज़े हैं
भारतीय राजनीति में कब कौन सा मामला राजनैतिक हो जाए या किसी के बयान पर कब सियासत गर्म हो जाए कोई भरोसा नहीं होता है. कांग्रेसी (Congress) नेता उदित राज (Udit Raj) का एक बयान सामने आता है जिसके बाद भाजपा (BJP) उनको कटघरे मे खड़ा कर देती है और उसका भरपूर राजनीतिकरण होने लगता है. जबकि दोनों ही लोग गलत हैं.
ह्यूमर | 6-मिनट में पढ़ें





