मशाहिद अब्बास
लेखक पत्रकार हैं, और सामयिक विषयों पर टिप्पणी करते हैं.
संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें

भैयादूज का भी महत्व कम नहीं, क्यों न हर त्यौहार के बारे में भी जागरूकता फैलाई जाए
धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा के बाद अंतिम दिन भैयादूज (Bhaiya Dooj ) भी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन दीवाली को छोड़ कर किसी भी त्योहार के विशेष इतिहास और संदर्भ के बारे में लोगों को कम ही जानकारी है जिससे इस त्योहार को न मनाने वालों को इन त्योहारों के महत्व का कुछ भी पता नहीं होता है.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

बिहार में भाजपा की दीवाली है खास! बाकी नेताओं को अब भी लगी है आस...
बिहार (Bihar )के चुनावी नतीजे आ चुके हैं और अब दीवाली (Diwali) भी आ चुकी है. किसी के लिए ये दोहरी खुशी है तो कोई अब तक आंसू बहा रहा है. नतीजे की बात करें तो भाजपा (BJP) ही खुशियों से सरोबार होगी, बाकी सबकी दीवाली तो कशमकश में गुज़रने वाली है...पढ़िए कैसी होगी बिहार के नेताओं की दीवाली.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

कांग्रेस से तो 19 विधायक ही नहीं संभल पा रहे बात लात घुसे पर पहुंच गई!
देश की सबसे पुरानी पार्टी यानी कांग्रेस के मात्र 19 विधायक (Congress Congress MLAs) ही आपस में लड़ भिड़ जाएं तो सवाल तो उठेगा ही कि आखिर वह जब 19 नेताओं को नहीं संभाल पा रही है तो वह संगठन को कैसे काबू में कर पाएगी. क्या ये कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी चूक में से एक नहीं है.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

नीतीश तो बाल बाल बचे लेकिन मुख्यमंत्री पद के बाकी 5 उम्मीदवारों का क्या हुआ?
बिहार की एक मुख्यमंत्री की गद्दी पर काबिज होने के लिए 6-6 दावेदारों ने ताल ठोकी थी. यह मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में बिहार के चुनावी मैदान में थे. इनका क्या हाल हुआ इसपर विश्लेषण करते हैं और जानते हैं किसमें कितना था दम.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

तिकड़ी, जिसने तेजस्वी के अरमानों पर पानी फेर दिया
बिहार के चुनाव (Bihar Assembly Elections) में वोटकटुआ पार्टी माने जाने वाली ये पार्टियां न होती तो नतीजा कुछ और होता. वह कौन से चेहरे थे जिन्होंने चुनाव को रोमांचक बना दिया और समीकरणों को बिगाड़ने का काम किया इस पर चर्चा अगले कुछ दिनों तक जारी रहने वाली है.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

नीतीश कुमार भी उद्धव ठाकरे की तरह बेवफा न बन जाएं...
बिहार में भाजपा और जदयू के रूझानों में जीत की खबरों के बीच नई चर्चा ने जन्म दे दिया है. चर्चा है मुख्यमंत्री पद के चेहरे की,भाजपा के कार्यकर्ता चाहते हैं कि अब मुख्यमंत्री भाजपा का होना चाहिए. ऐसे में क्या महाराष्ट्र का दृष्य दुबारा देखने को मिल सकता है.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

अमेरिका की चुनावी प्रक्रिया पर सवाल दाग ट्रंप अमेरिका का ही मज़ाक उड़ा रहे हैं!
अमेरिका में राष्ट्रपति पद (US Election Results) के चुनावी नतीजे तकरीबन आ ही चुके हैं. जो बाइडेन (Joe Biden) चुनाव जीत गए हैं लेकिन क्या जीत के बाद भी उनकी राह आसान है और डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) क्या करने वाले हैं, इस पर चर्चा तेज़ है फिलहाल ट्रंप अमेरिका के चुनाव का मज़ाक बना रहे हैं.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

कौन-कौन सी थी वो वजहें जिनके चलते चुनाव हारे डोनाल्ड ट्रंप?
अमेरिका (America)के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) चुनाव लगभग हार ही गए हैं और अब 20 जनवरी को वहां नए राष्ट्रपति (President) के रूप में जो बाइडन शपथ लेते हुए नज़र आने वाले हैं. ट्रंप तबतक कानूनी लड़ाई लड़ेंगें जहां बहुत राहत नहीं मिलने वाली है. ट्रंप के चुनाव हारने की क्या वजहें रही हैं आइये जानते हैं.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

भारतीय मुसलमान इस्लाम की प्रेरणा इमदाद इमाम से लें, कठमुल्लों से नहीं
भारत में मुसलमान कट्टरता की ओर तेज़ी से बढ़ता नज़र आ रहा है और यह कट्टरता सबसे ज़्यादा चोट भी उन्हें ही पहुंचाने वाली है इसलिए भारतीय मुसलमानों (Indian Muslims) को कठमुल्लाओं की नकाबपोश मंसूबों को पहचानना होगा, उनके खिलाफ खड़ा होना होगा.समाज | 5-मिनट में पढ़ें

आखिर मंदिर में तुमको नमाज़ पढ़ना ही क्यों है?
मथुरा में मंदिर परिसर में नमाज़ पढ़ने वाले फैसल ने जो बातें कही है उसका समर्थन कर रहे लोग भी मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं. आप धार्मिक हो सकते हैं आपको आज़ादी है लेकिन अपने धर्म की चादर ओढ़ कर दूसरे धर्म के मानने वालों को ठेस पहुंचाने की आज़ादी न तो भारत के संविधान ने आपको दी है और न आपके इस्लामिक सिद्धांतों ने.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

पतंजलि कोरोनिल किट के विवाद से ज्यादा बड़ा निकला रामदेव पर भरोसा
बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और उनकी कंपनी ने कोरोना वायरस (Coronavirus) की दवा के नाम पर इम्यूनिटी बूस्टर बेच डाला है- कोरोनिल किट. और इससे लाखों नहीं करोड़ों की कमाई की है. क्या यह कोरोना का डर है या फिर बाब रामदेव (Baba Ramdev)की पतंजलि (Patanjali) पर लोगों का भरोसा?सिनेमा | 9-मिनट में पढ़ें
