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बेटी के साथ ड्यूटी पर पहुंची कैब ड्राइवर मां की कहानी हमें प्रेरणा देती है
तस्वीर में दिखने वाली इस महिला का नाम नन्दिनी है जो बेंगलुरु में उबर कैब चलाती है. वह ड्राइवर होने के साथ-साथ एक मां भी है इसलिए बेटी की देखरेख के लिए उसे अपने साथ ही लेकर ड्राइव कर रही है. क्योंकि ना वह अपना काम छोड़ सकती है ना मां होने की जिम्मेदारी.
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ऑटो और कैब में लगा रियर व्यू मिरर लड़कियों के मन में दहशत ही पैदा करता है
मुंबई के एनजीओ वॉचडॉग फाउंडेशन ने सीएम एकनाथ शिंदे और राज्य के परिवहन अधिकारियों से ऑटो में लगे शीशे को हटाने की मांग की है. एनजीओ ने अपनी शिकायत में कहा है कि ऑटो में यात्रा करने के दौरान ड्राइवर महिलाओं खासकर लड़कियों को काफी देर तक घूरते हैं जिससे वे असहज महसूस करती हैं.
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बिहार की यह महिला अपने 4 बच्चों का पेट पालने के लिए कैब ड्राइवर बनी, सैल्यूट तो बनता है!
पटना की अर्चना पांडे 4 बच्चों की मां हैं. वे अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा और अच्छे भविष्य दिलाने के लिए कैब ड्राइवर बन गईं. अर्चना ने यह कार बैंक से लोन लेकर खरीदा है. वे न सिर्फ पटना बल्कि दूसरे जिलों में भी कैब चलाती हैं.
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लखनऊ में कैब ड्राइवर को सरेआम मारती लड़की को क्या कहेंगे, सनकीपन या फिमिनिज्म ओवरलोडेड?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें प्रियदर्शिनी यादव नाम की लड़की सरेराह पुलिस और पब्लिक की उपस्थिति में एक कैब वाले को मारते हुए दिखाई दे रही है. घटना ने लखनऊ को तो ट्विटर पर ट्रेंड कराया ही है, लॉ एंड आर्डर और पुलिसिंग के मद्देनजर एकसाथ कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं.
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