सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 2-मिनट में पढ़ें
‘जब पैसे नहीं थे तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर’ यह चोर कैसे बन गया हीरो?
सोशल मीडिया पर एक चोर की पर्ची की फोटो वायरल हो रही है जो शायद आप तक भी पहुंची होगी जिसमें लिखा है कि ‘जब पैसे नहीं थे तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर’...इस लाइन को पढ़कर लगता है चोर ने ताला खोलने की बड़ी कोशिश की होगी लेकिन जब पैसे हांथ नहीं लगे तो गुस्से में ये चिट्ठी लिखकर छोड़कर चला गया. चलिए बताते हैं कि बात क्या है?
समाज | बड़ा आर्टिकल
सुशील कुमार अब ओलंपियन नहीं, भगोड़े के रूप में ही याद किये जाएंगे!
अपराधी को सजा देकर अदालत को मिसाल कायम करनी चाहिये, लेकिन ओलंपियन से भगोड़ा (Olympian Turned Fugitive) बने सुशील कुमार (Sushil Kumar) को अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती दिवस (International Wrestling Day) पर पुलिस की गिरफ्त में मुंह छुपाते देखा जाना कोई नहीं भूल पाएगा.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
मप्र में फफक-फफक कर रोता किसान बता रहा है कि कर्ज माफी सिर्फ छलावा ही था
कहते हैं पुरुषों के लिए रोना आसान नहीं होता. वो अंदर से मजबूत होते हैं. लेकिन खेत में मेहनत करने वाले किसानों के दिल शायद अब बहुत कमजोर हो चुके हैं. कलेक्टर के पैरों में गिरकर रो रहे किसान का ये वीडियो किसानों का सच बता रहा है.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें




