समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
क्या ठंड सिर्फ पुरुषों को लगती है, सुबह उठकर काम करने वाली गृहिणी को नहीं?
वह मां है, पत्नी है, बहू है और इसी का फर्ज निभाती है. वह दिन रात चकरी की तरह भागती ही रहती है. जैसे उसके अंदर रोबोट फिट कर दिया गया हो. आखिर उसकी कभी छुट्टी क्यों नहीं होती? आखिर वह कभी आराम क्यों नहीं करती? वह किस मिट्टी की बनी है, आखिर उसे ठंड क्यों नहीं लगती?
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
जानिए आपको दूसरों से अधिक ठंड क्यों लगती है?
कई बार ऐसा होता है कि हमारे आस-पास के लोग टीशर्ट में घूम रहे होते हैं औऱ हमें जैकेट में भी सर्दी लगती है. कई बार तो हमने लोगों को कहते भी सुना होगा कि यार मुझे की इतनी कपकपी क्यों लग रही है? इसके उलट किसी को ठंड नहीं लगती और वे सर्दी को एंजॉय करते हैं. चलिए बताते हैं कि ऐसा क्यों होता है?
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
क्या आपका घिसा हुआ साबुन भी नहाते समय छिटक कर गिर जाता है?
आम आदमी की जिंदगी में कितने लोचा पेंचा है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. एक घिसे साबुन सी जिंदगी मजबूरियों से नहा धोकर हर हाल में मुस्कुराती है और मस्त रहती है. यह आलेख रोजमर्रा की जिंदगी की छोटी सी घटना के बहाने जीवन के विभिन्न पहलुओं को टटोलती है और उसकी जीवंतता को रेखांकित करती है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | बड़ा आर्टिकल
New Year Party जरूर कीजिए लेकिन माइनस तापमान में तैनात सैनिक को मत भूलिए
New Year 2020 Party कौन नहीं करना चाहता मगर पार्टी करने वाले लोगों के सामने मौसम एक बड़ी चुनौती है. बहरहाल Party जरूर कीजिए, लेकिन माइनस 10 से माइनस 50 डिग्री में तैनात सैनिक के बारे में जरूर सोचिए. हमारा हक है उनके बारे में सोचना.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | बड़ा आर्टिकल






