सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
भारतीय जनता पार्टी से क्या आदिवासी नाराज हैं?
कर्नाटक में आदिवासी समुदाय का वोट बैंक करीब 35 सीटों पर असर डालता है. जिसमें से 15 सीटों खुद एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है. भाजपा इस बार एसटी वर्ग के लिए आरक्षित 15 सीटों में से एक भी सीट नहीं जीती. 14 पर कांग्रेस और 1 पर जेडीएस ने जीत हासिल की है. इस नतीजे से ये आसानी से कहा जा सकता है कि आदिवासी वोट बैंक भाजपा ने नाराज है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
Legislative Assembly Election 2023: चुनाव में जीत का मुद्दा किसान रहेगा या रोजगार?
चुनाव आते ही कुछ मुद्दे जैसे बेरोज़गारी, महंगाई, किसान और महिला सशक्तिकरण, खुद-ब-खुद ट्रेंड में आ जाते हैं. 2018 में कांग्रेस ने किसान के नाम पर ही मध्यप्रदेश में मतदाताओं को आकर्षित करने में सफलता हासिल की थी. इसलिए अब भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस इन्ही मुद्दों को थामे रखना चाहेगी. भाजपा की बात करें तो मध्यप्रदेश में पार्टी हर सर्वे में जीत से दूर नज़र आ रही है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
छत्तीसगढ़ में पहली महिला अग्निवीर ने साबित किया कि सरकार का यह फैसला गलत नहीं था
हिषा के जो हालात हैं, उसके लिए यह नौकरी किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं है. उसे इस नौकरी की सख्त जरूरत थी. उसका आत्मविश्वास चेहरे से झलक रहा है. एक छोटे से गांव की लड़की ने सपना देखने की हिम्मत की और आज अग्निवीर की बदौलत वह सच हो गया.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
इन 3 चीतों के शिकार के साथ भारत में खत्म हो गई थी इस प्रजाति की कहानी
बिल्ली की बड़ी प्रजातियों में चीते (Cheetah) इकलौते ऐसे जानवर हैं, जो 100 किमी/प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ लगा सकते हैं. और, जमीन पर चलने वाले जानवरों में चीते को 'उसैन बोल्ट' कहा जाता हैं. लेकिन, अहम सवाल ये है कि आखिर भारत से चीते विलुप्त क्यों हो गए? आइए जानते हैं चीतों के शिकार की वो कहानी जिससे ये विलुप्त हो गए...
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
भारत में एक जगह ऐसी है जहां शादी से पहले शारीरिक संबंध बना सकते हैं लोग, यौन उत्पीड़न केस जीरो है!
एक तरफ वैलेनटाइन डे भी मनाया जाता है दूसरी तरफ प्रेमियों को समाजिक बुराई की तरह समझा जाता है. वहीं भारत में एक जगह ऐसी है जहां शादी से पहले जोड़ों को शारीरिक संबंध बनाने की आजादी है. इस जगह पर लोग प्यार का सम्मान करते हैं.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
पैठू प्रथा में कुंवारी मां के लिए तानों की गुंजाईश नहीं, स्नेह-आशीर्वाद ही मिलता है!
भारत अलग अलग संस्कृतियों और परंपराओं का देश है. तमाम ऐसी प्रथाएं हैं जो सुनने देखने में अटपटी लगें लेकिन लोगों के बीच उनका चलन आम है. ऐसी ही एक प्रथा है पैठू प्रथा जिसके चलते छत्तीसगढ़ में न केवल एक महिला शादी से पहले गर्भवती हुई. बल्कि उसने बेटे को जन्म भी दिया. दिलचस्प ये कि कोई भी महिला के चरित्र पर अंगुली नहीं उठा रहा और जश्न का माहौल है.
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