समाज | 3-मिनट में पढ़ें
सीधा सवाल: दंगें, विवाद, और नफ़रत फैलना इन सब का ज़िम्मेदार कौन?
कई बार मैं जब विवाद, दंगे या किसी बयान पर ख़बर लिख रहा होता हूं तो अक्सर दिमाग में यह विचार आता है कि आख़िर इन सबकी ज़रूरत क्या है? एक पत्रकार होने के नाते जब राइट एंगल जानने के लिए, बयान की जरूरत जानने के लिए खुदाई होती है तो पता चलता है...
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
वीपी सिंह के दौर में हुई थी सियासत में चरित्र हनन की शुरुआत!
राजीव गांधी सरकार में वित्त मंत्री से इस्तीफ़ा देकर चुनाव मैदान में उतरे विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बोफोर्स में दलाली के मुद्दे पर राजीव गांधी को सत्ता से बेदखल कर दिया था. विश्वनाथ प्रताप सिंह को सियासत में ईमानदारी की मिसाल माना जाता था. वह राजघराने से थे, पढ़े-लिखे थे, इन्दिरा गांधी के करीबियों में थे, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री रहे थे.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
कामरेड, समाजवादी, अम्बेडकरवादी, नेहरूवादियों का कॉकटेल तैयार करेगी भाजपा
डॉक्टर राम मनोहर लोहिया की विरासत के वारिस कहे जाने वाले समाजवादी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. नीरज के भाजपा में जाने को अखिलेश यादव की एक बड़ी हार माना जा रहा है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
चंद्रशेखर मायावती की आंख की किरकिरी क्यों है
क्या चंद्रशेखर से दूरी बनाए रखने में मायावती का अतीत आड़े आ रहा है? कांशीराम के बाद बसपा पर नियंत्रण के लिए मायावती को बहुत कुछ करना पड़ा था. क्यों मायावती ने बसपा में दूसरी पांत का कोई नेता नही तैयार होने दिया? क्यों जिस भी नेता का कद बड़ा होता गया, वह बसपा में टिक नहीं पाया?
सियासत | बड़ा आर्टिकल
केजरीवाल क्या 2019 में PM मोदी से बनारस की हार का बदला ले पाएंगे?
अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली में पहली बार चुनाव लड़े तो डंके की चोट पर शीला दीक्षित को शिकस्त दी. 2014 में केजरीवाल उसी हिम्मत के साथ नरेंद्र मोदी को चुनौती देने वाराणसी पहुंचे, लेकिन मुंह की खानी पड़ी. क्या 2019 में अकेले दम पर बदला ले पाएंगे?
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें







