X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
योगी की तो नहीं, लेकिन टिकैत बंधुओं की कुर्सी जरूर 'कोको' ले गई!
टिकैत बंधुओं के दबदबे वाले भारतीय किसान यूनियन (BKU) से अलग होकर असंतुष्ट गुट ने एक नया संगठन बना लिया है. दावा है कि ये अराजनीतिक संगठन केवल किसानों की समस्याओं को उठाएगा. जबकि, राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) और नरेश टिकैत (Naresh Tikait) यूपी चुनाव के दौरान खुलकर अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के पक्ष में खड़े हो गए थे.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
SP-RLD के समर्थन से यू-टर्न लेकर टिकैतों ने बीजेपी की मदद तो नहीं कर दी?
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) के सपा-आरएलडी गठबंधन (SP-RLD Alliance) को समर्थन देने और फिर यू-टर्न लेने से टिकैत बंधुओं (Rakesh Tikait) के गैर-राजनीतिक होने के दावे पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. इतना ही नहीं, इस वजह से उन पर संयुक्त किसान मोर्चा की कार्रवाई की तलवार भी लटक रही है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
चुनावी और किसान राजनीति के बीच की जमीन पक्की करते राकेश टिकैत
चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के निधन के बाद खाप से जुड़े नियमों की वजह से उनके बड़े बेटे नरेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया. वहीं, राकेश टिकैत को प्रवक्ता पद दिया गया. सतही तौर पर इन दोनों भाईयों के बीच दूरी नजर नहीं आती है. लेकिन, भीतर ही भीतर अपना अपना वजूद बनाने की लड़ाई भी जारी है.