समाज | 3-मिनट में पढ़ें

केदारनाथ त्रासदी के एक दशक: भयंकर तबाही के निशान अभी भी बाकी है!
Kedarnath Disaster: केदारनाथ आपदा को दस वर्ष का समय पूरा हो गया है. इसके बावजूद आज भी वहां भयावह आपदा के कई निशान मौजूद है. देवभूमि में इस आपदा के दुष्प्रभावों को खत्म करने के विभिन्न प्रयास किये गए है लेकिन अभी भी देवभूमि पर खतरा मंडरा रहा है.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें

जोशीमठ की रोती-बिलखती महिलाएं दिल पर पत्थर रख अपने घरों को अलविदा कह आईं हैं
दुनिया कहां से कहां जा रही है मगर महिलाओं की दुनिया तो उनका घर होती है. घर की चारदावारी में उनकी धड़कन बसती है. वे कहीं भी चली जाएं घर आकर ही उन्हें चैन मिलता है. वे ही तो मकान को घर बनाती है. अपने हाथों से करीने से सजाती हैं. तीज त्योहार पर खुद भले ना सजें मगर घर को जरूर सजाती हैं.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

सिर्फ जोशीमठ ही नहीं उत्तराखंड के ये 5 शहर भी 'विकास' की भेंट चढ़ गए हैं!
एक ऐसे समय में जब पवित्र शहर जोशीमठ पहले से ही डूब रहा है, 678 घरों को निवास के लिए अनुपयुक्त घोषित किया गया है. उत्तराखंड में पांच ऐसी अन्य जगहें हैं जहां के लिए अगर वक़्त रहते नहीं चेता गया तो फिर आने वाले वक़्त में कुछ संभालने को बचेगा नहीं.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
