सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

कौन है 'डर्टी हैरी' जिसने इमरान की खुशरंग ज़िन्दगी को बदरंग कर कहीं का नहीं छोड़ा
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद वो एक नाम जो सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रहा है वो 'डर्टी हैरी' है. जैसा रुख इमरान के प्रति डर्टी हैरी का रहा लाजमी था कि ये व्यक्ति पीटीआई समर्थकों के अलावा इमरान खान की आंख में किसी कांटें की तरह चुभेगा.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

पाकिस्तान में शाहबाज द्वारा इमरान की गिरफ़्तारी चूहे बिल्ली का खेल है, चलता रहेगा!
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थक उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयासों का विरोध करने के लिए उनके लाहौर स्थित घर पर जमा हुए. इमरान के घर के बहार जैसा नजारा था, हालात बिल्कुल युद्ध जैसे थे. लगा पाकिस्तानी पुलिस के सामने इमरान समर्थक नहीं बल्कि दुश्मन हैं.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

एक ही समय में पाकिस्तान घिर गया है पांच-तरफा संकट से
इमरान - शहबाज युद्ध में वो चार संकट जिनको जानने के बाद इस बाद की पुष्टि स्वतः ही हो जाएगी कि यदि पाकिस्तान बर्बाद हुआ तो वजह एक दो नहीं कई हैं. जिक्र पाकिस्तान की बर्बादी का हुआ है तो आगे कुछ कहने से पहले हम इतना जरूर कहना चाहेंगे कि अगर मौजूदा वक़्त में पाकिस्तान बर्बाद हुआ तो हर संकट दूसरे संकट से लिंक है और किसी को भी ख़ारिज नहीं किया जा सकता.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

एक हाथ में कुरान दूजे में बम, पाकिस्तान में कट्टरपंथियों से इससे ज्यादा की उम्मीद क्या ही करें!
आर्थिक संकट से उभरने का जो रास्ता तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान पार्टी के नेता साद रिजवी ने सुझाया दरअसल वही पाकिस्तान की समस्या है. पाकिस्तान दुनिया भर में इसी लिए मुंह की खा रहा है क्योंकि उसके नेता साद रिज़वी जैसे लोग हैं जिन्हें रोटी, रोजगार की नहीं जिहाद, जन्नत और हूरों की फ़िक्र है. गर्त के अंधेरों में जाने के बावजूद पाकिस्तान का ढीठ रवैया हैरान तो बिलकुल नहीं करता है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

Peshawar Blast: मस्जिद के भीतर मुसलमानों का मुसलमानों के द्वारा कत्लेआम!
पेशावर की मस्जिद में हुए बम धमाकों में 90 लोगों की मौत के बाद तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. तमाम बातें एक तरफ.सवाल ये है कि मस्जिद में नमाज पढ़ते मोमिनों को नमाज में ही बम से उड़ाने वाले सुसाइड बॉम्बर को जन्नत में हूर वगैरह मिलेगी या नहीं? क्योंकि ये काम तो उसने अल्लाह का नाम लेकर ही किया है.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

'शरीफ' की 'शराफत' पर भारत भरोसा करे भी तो कैसे?
अब तक पाकिस्तान एक बात अच्छे से समझ गया है कि भारत से पंगा लेने का मतलब है पूरी दुनिया से बैर-बुराई कर लेना, और भारत से संबंध अच्छे रखने का मतलब है दुनिया के देशों के साथ खुश रहना. तभी, शहबाज शरीफ भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं. वरना, वो इतने शरीफ नहीं हैं कि भारत के सामने खुद को झुकाएं.
सियासत | बड़ा आर्टिकल

भुखमरी की कगार पर बैठे पाकिस्तान को आखिरकार याद आ ही गया हिंदुस्तान!
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने दावा किया है कि रिश्ते सुधारने और गतिरोध खत्म करने के लिए पाकिस्तान भारत के साथ पिछले दरवाजे से बातचीत शुरू कर चुका है. इसके साथ ही यह भी दावा किया गया है कि, बातचीत की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों के हवाले से किया है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
