सिनेमा | 6-मिनट में पढ़ें
फिल्मफेयर अवॉर्ड में भोजपुरी साहित्य को सम्मान गर्व की बात है!
मनोज भावुक को भोजपुरी साहित्य व सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह सम्मान फेमिना की प्रधान संपादक अंबिका मट्टू व दक्षिण के निर्देशक विक्रम वासुदेव द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया. तस्वीर जिदंगी के (भोजपुरी गजल संग्रह) व चलनी में पानी (भोजपुरी कविता-संग्रह) मनोज भावुक की चर्चित पुस्तकें हैं.
सिनेमा | 6-मिनट में पढ़ें
Rajesh Khanna: हिंदी सिनेमा के पहले सुपर सितारे के 'गर्दिश' में जाने की दास्तान!
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का एक जमाना था. उन्होंने स्टारडम का जो दौर देखा, वो बहुत कम एक्टर्स को नसीब होता है. उनकी दीवानगी ऐसी थी कि लड़कियां अपने खून से प्रेम पत्र लिखा करती थीं. लेकिन जीवन के उत्तरार्ध में उनके सितारे गर्दिश में आ गए. गुमनामी के दौर में वो अक्सर साहिर लुधियानवी के लिखे एक गाने की पंक्तियां सुनाया करते थे. 'काका' की जिंदगी हमें कई सीख देती है.
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
Gulabo Sitabo को मिले 6 फिल्मफेयर अवार्ड्स पर गंभीर विमर्श लाजमी है!
अभी बीते दिनों ही जूही चतुर्वेदी की फिल्म गुलाबो सिताबो को 6 फिल्मफेयर अवार्ड्स मिले हैं. फिल्मफेयर अवॉर्ड देखने के बाद सन 70 में आई दिलीप कुमार की फिल्म का ये गाना, जिसे राजेन्द्र कृष्ण ने लिखा था; सबसे पहले याद आया. फिल्मफेयर अवॉर्डस् पर यूं तो एक अरसे से पर्शिएलिटी का इल्ज़ाम लगता आया है.
सिनेमा | 6-मिनट में पढ़ें
बधाई हो नीना गुप्ता, मेहनत को PR से मुक्ति दिलाने के लिए
एक शानदार अभिनेत्री जिसे अपनी समकक्ष अभिनेत्रियों की तरह काम और नाम मिलना चाहिए था, वो नीना गुप्ता को नहीं मिला. बावजूद इसके कि वो श्याम बेनेगल जैसे निर्देशक की पहली पसंद थीं. बावजूद इसके कि उनकी अदाकारी के लिए दो बार उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया.
सिनेमा | 3-मिनट में पढ़ें





