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सिंदूर की बात चुटकी भर नहीं है, इसके पीछे कथा सोचने पर मजबूर कर देती है!
आपका मन करे तो सिंदूर लगाइए या मत लगाइए, ये पूरी तरह आपकी मर्जी है. आज के जमाने में कई महिलाएं सिंदूर लगाती हैं और कई नहीं भी लगाती हैं. किसी को लगता है कि शादीशुदा को सुहागन की तरह रहना चाहिए तो कई को लगता है कि प्यार, सम्मान और गहरे रिश्ते के लिए सिंदूर की जरूरत नहीं है.
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