सिनेमा | बड़ा आर्टिकल
रियलटी शो के पर्दे के पीछे की सच्चाई क्या इतनी क्रूर है?
दुनिया की कोई भी परीक्षा बिना पसीना बहाए तो पास नहीं की जा सकती. ये UPSC की परीक्षा जैसा ही है, जिसमें भाग तो लाखों लोग लेते हैं लेकिन सलेक्ट केवल कुछ ही होते हैं. लेकिन परीक्षा में सलेक्ट न होने के लिए कोई उसके मुश्किल पैटर्न को दोष नहीं देता और न ही उसे संचालित करने वालों को भला बुरा कहता है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें


