
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Once a work alcoholic starting career from a cost accountant turned marketeer finally turned novice writer. Gradually, I gained expertise and now ever ready to express myself about daily happenings be it politics or social or legal or even films/web series for which I do imbibe various conversations and ideas surfing online or viewing all sorts of contents including live sessions as well .
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने से कांग्रेस क्यों कंफ्यूज है?
केंद्र की बीजेपी सरकार के हर मूव का कांग्रेस के तमाम नेता बगैर सोचे समझे आनन फ़ानन में कटु प्रतिक्रिया देकर अक्सर सेल्फ गोल ही कर बैठते हैं. थोड़ा सा पॉज दे देते तो निश्चित ही गीता प्रेस के मौजूदा मामले में मौन ही रहते और वही उनके लिए लाभकारी भी होता.टेक्नोलॉजी | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें

हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.सियासत | 2-मिनट में पढ़ें

उच्च न्यायालय ऐसे कैसे प्रो रेपिस्ट आदेश दे सकती है ?
क्या न्यायाधीश की आस्था 'Marry your Rapist Law' में हैं ? सो जब पीड़िता के वकील ने कहा कि वह मांगलिक नहीं है तो उन्होंने दोनों पक्षों की सहमति से लड़की की कुंडली चेक कराने की ठान ली ताकि आरोपी को उससे शादी करने का आदेश देकर मामले का पटाक्षेप कर दें.सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें

Scoop Web series Review: मीडिया के वर्तमान स्वरूप का सहज आईना है स्कूप
आजकल हेडलाइन मैनेजमेंट के नाम पर सनसनीखेज शब्दों का इस्तेमाल आम है, प्रश्नवाचक मुद्रा में अनर्थ करने की स्वतंत्रता जो है. वेब सीरीज की बात करने के पहले हाल ही में हुई ह्रद्य विदारक रेल दुर्घटना की रिपोर्टिंग की बानगी देखिए- एक नामी गिरामी महिला पत्रकार ने, जिनके पति भी फेमस और वेटरेन पत्रकार हैं और एक बड़े मीडिया हाउस से जुड़े हैं, इस रेल दुर्घटना को कत्लेआम, हत्याकांड निरूपित कर दिया.समाज | 3-मिनट में पढ़ें
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दलित हैं, ये कहना अपराध है क्या?
खड़गे तो स्वयं दलित है और उन्हें गुमान भी है कि वो देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. लेकिन यदि कोई कहे कि कांग्रेस ने उन्हें अध्यक्ष इसलिए बनाया है क्योंकि वो एक दलित है, तो ऐसा 'कहा' उन्हें निश्चित ही आहत करेगा चूंकि वे काबिल अध्यक्ष हैं.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें

सिर्फ एक बंदा काफी है जो रब का है, लॉ उसका धंधा है, जस्टिस दिलाना काम है!
हकीकत में वो बंदा पीसी सोलंकी है जिसने ना सिर्फ बंदे का नाम लेकर फिल्म ने इशारा भर किया है और कहते हैं ना इशारों को अगर समझों, सो एक और इशारा हमने भी कर दिया है. समझ गए ना आसूमल वही सजायाफ्ता बदनाम कथावाचक रेपिस्ट बाबा है, जो जेल में है.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

मीडिया की नासमझी है कि एससी के हवाले से जो नहीं हुआ उसे भी आदेश बता दिया!
आदर्श स्थिति होती कि मीडिया खेद प्रकट करती और कहती कि उनके गलत विश्लेषण की वजह से न्यायमूर्ति को स्पष्टीकरण देना पड़ा, 'न्यायाधीश वर्मा स्टे के दायरे में नहीं आएंगे क्योंकि 'योग्यता- सह-वरिष्ठता' का पालन करने पर भी उनकी पात्रता है.सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
