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Updated: 29 दिसम्बर, 2017 01:47 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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2018 कई मामलों में बहुत बहतरीन साल साबित हो सकता है. पहला राजनीति के हिसाब से .. ये तो जाहिर सी बात है कि मोदी की लहर चल रही है और जिस तरह 2017 में भाजपा की जीत हुई है उस तरह से 2018 आने वाले 5 सालों के लिए बहुत अहम साबित हो सकता है. दूसरा ये कि 2018 में बचत और निवेश के मामले में कई सारे ऑप्शन मिल सकते हैं. कारण? जीएसटी लागू होने के बाद से ही भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी बदलाव आया है. दूसरा ये कि अब पीपीएफ और पॉलिसी जैसे विकल्प से आगे बढ़कर लोग SIP और कई अन्य तरह से इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं. तो 2018 में बेहतरीन इन्वेस्टमेंट ऑप्शन क्या हो सकते हैं?

1. म्यूचुअल फंड...

वैसे तो म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से सभी घबराते हैं, लेकिन अगर देखा जाए तो मौजूदा मार्केट इस बात की सलाह देता है कि म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाए. इसमें रिस्क तो होता है, लेकिन साथ ही बेहतर रिटर्न की गुंजाइश भी होती है.

म्यूचुअल फंड में डबल टैक्स सेविंग बेनेफिट भी मिलता है. साथ ही म्यूचुअल फंड में ही सबसे कम लॉक-इन पीरियड (जिस समय के लिए पैसा लॉक कर दिया जाए) होता है. हर महीने SIP के जरिए ऐसे किसी फंड में निवेश करने से न तो यूजर पर ज्यादा असर पड़ता है और न ही इसमें रिटर्न पर कोई टैक्स लगता है. इसलिए 2018 के लिए सबसे बेहतरीन इन्वेस्टमेंट ऑप्शन म्यूचुअल फंड साबित हो सकता है.

2. सुकन्या समृद्धी अकाउंट स्कीम...

इस स्कीम में इंट्रेस्ट रेट 8.3% का है जो काफी ज्यादा है. अगर किसी की संतान लड़की है तो वो आसानी से इस स्कीम में 1.5 लाख तक इन्वेस्ट कर सकता है. इसमें लड़की जब तक 15 साल की नहीं होती तब तक निवेश किया जा सकता है और जब लड़की 21 साल की हो जाती है तब इस स्कीम की मैच्योरिटी होती है. जो इंट्रेस्ट इसमें मिलता है वो टैक्स फ्री होता है.

निवेश

3. वॉलेंट्री प्रॉविडेंड फंड..

सबसे ज्यादा जो सेविंग्स उपेक्षित रहती है वो है पीएफ. वैसे तो हर कर्मचारी हर महीने इस अकाउंट में पैसे जमा करता है, लेकिन अगर देखा जाए तो ये पैसा इतना नहीं होता कि पूरी तरह से रिटायरमेंट का काम हो सके. ऐसे में अगर कोई इंसान चाहे तो अपने पीएफ अकाउंट में ज्यादा पैसे भी जमा करवा सकता है.

इसे कहते हैं वॉलेंट्री प्रॉविडेंट फंड. इसमें कर्मचारी अपने बेसिक और डियरनेस अलाउंस का 100% तक जमा कर सकता है. इसमें सारे नियम वही रहते हैं जो EPF के रहते हैं. VPF में भी टैक्स बेनेफिट मिलते हैं. इंट्रेस्ट रेट इसमें भी टैक्स फ्री रहता है.

4. नैशनल पेंशन स्कीम..

NPS सबसे सस्ता रिटायरमेंट सेविंग प्लान हो सकता है. इसमें सबसे कम सालाना राशी 6000 जमा की जा सकती है. ये एक बार में जमा कर सकते हैं या फिर इंस्टॉलमेंट में. इसमें कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है इसलिए कोई कितना भी निवेश कर सकता है.

निवेश

हालांकि, 80C के तहत 1.5 लाख तक पर ही टैक्स की छूट मिलेगी. हालांकि, इसमें मैच्योरिटी अमाउंट टैक्सेबल होता है. एक बात ध्यान रहे कि NPS में रिटर्न तो अच्छा मिलता है, लेकिन इसमें इन्वेस्ट करने से पहले लोगों को थोड़ा होमवर्क करना होगा.

5. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट..

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पोस्ट ऑफिस द्वारा इशू किए जाते हैं और 5 साल की अवधी के लिए होते हैं. पहले ये 10 साल के लिए आते थे, लेकिन अब 10 साल वाले सर्टिफिकेशन जारी नहीं किए जाते. सबसे कम रकम इसमें 500 रुपए लगाई जा सकती है और कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है.

इंट्रेस्ट रेट 7.8% प्रति साल के हिसाब से दिया जाता है. हालांकि, इसमें भी इंट्रेस्ट टैक्सेबल है, और इसे ITR फाइल करते समय अतिरिक्त आय में घोषित करना होता है.

इनके अलावा, यूनिट लिंक्ड इन्वेस्टमेंट प्लान (ULIP) भी शामिल हैं जिसमें कोई गारंटी रिटर्न नहीं मिलते हैं, लेकिन जिस हिसाब की स्कीम में इन्वेस्ट किया होता है उस तरह का रिटर्न 5 से 11 प्रतिशत तक मिल सकता है. इसे 10-12 सालों के लिए लॉक रखना होगा तब अच्छा रिटर्न मिल सकता है.

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#निवेश, #बैंक, #टैक्स, Investment, Bank, Policy

लेखक

श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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