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Updated: 09 दिसम्बर, 2022 03:49 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी IB का नाम सबसे ज्यादा किसी ने लिया था. तो, वो आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल थे. मतलब, अरविंद केजरीवाल के तकरीबन हर गुजरात दौरे पर आईबी की एक रिपोर्ट आती थी. जिसमें गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के दावे किए जाते थे. कई जगहों पर तो अरविंद केजरीवाल ने ये दावा तक कर दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में खुफिया एजेंसी भेजी है. जिसकी रिपोर्ट में कम मार्जिन से ही सही. लेकिन, गुजरात में सरकार आम आदमी पार्टी की ही बन रही है.

real strength of Arvind Kejriwal and AAP is the fake IB reports in poll bound states and Operation Lotus blame game'ऑपरेशन लोटस' को लेकर कांग्रेस ने सरकारों से हाथ धोने के बावजूद इतना हल्ला नहीं मचाया था.

अब गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों से अरविंद केजरीवाल जो चाहते थे. उन्हें मिल चुका है. आम आदमी पार्टी चार प्रदेशों में राज्य स्तरीय पार्टी बनने के साथ राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है. अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और देशवासियों को बधाई भी दी है. और, गुजरात चुनाव के नतीजे आने के बाद दिल्ली में AAP के विधायक नरेश बाल्यान ने अब आईबी की रिपोर्ट से पर्दा हटा दिया है. नरेश बाल्यान का कहना है कि 'IB मतलब आम आदमी पार्टी का "Internal Broadcasting" विभाग है. जो सीटो का आंकलन कर रिपोर्ट देता है. अब तुम मूर्ख भाजपा वाले दूसरा IB समझ गए तो तुम्हारी गलती है भाई. इतना भी दिमाग नही लगाया क्या कि IB का काम क्या ये होता है?' 

'ऑपरेशन लोटस' को लेकर कांग्रेस ने सरकारों से हाथ धोने के बावजूद जितना हल्ला नहीं मचाया था. उससे ज्यादा ऑपरेशन लोटस पर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने छाती पीटी है. यहां छाती पीटने की बात इसलिए कही गई है. क्योंकि, जिस पंजाब में 177 विधानसभा सीटों में से 92 पर जीत दर्ज कर आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को मुख्यमंत्री बनाया था. वहां बहुमत के लिए 59 विधानसभा सीटें होनी चाहिए थीं. लेकिन, 92 विधानसभा सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी ने सितंबर में विशेष सत्र बुलाकर बहुमत परीक्षण की मांग रख दी. इस मांग से पहले आम आदमी पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया कि भाजपा पंजाब में 'ऑपरेशन लोटस' को अंजाम देना चाहती है.

हाल ही में हुए एमसीडी चुनाव के नतीजे आने के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी आम आदमी पार्टी के पार्षदों पर 'ऑपरेशन लोटस' का खतरा जता दिया. मनीष सिसोदिया का दावा था कि AAP के पार्षदों के पास भाजपा की ओर से लगातार फोन आ रहे हैं. आसान शब्दों में कहें, तो अरविंद केजरीवाल की असली ताकत आईबी की रिपोर्ट और ऑपरेशन लोटस ही हैं. ये केजरीवाल के चुनावी तरकश के वो तीर हैं. जिन्होंने आज आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया है. बाकी कोई आईबी और ऑपरेशन लोटस का क्या मतलब निकालता है, इससे अरविंद केजरीवाल को क्या ही फर्क पड़ता है. वैसे भी आरोप लगाने की राजनीति में तो आम आदमी पार्टी माहिर है. जरूरत पड़ी तो अरविंद केजरीवाल की तरह बिना शर्त के माफी भी मांग ली जाएगी. और, हमारे यहां तो कहा ही जाता है कि माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता है.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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