सियासत | 9-मिनट में पढ़ें

सोनिया गांधी पर बैकफायर करने लगा गुजरात दंगा केस - वक्त का खेल नहीं तो क्या है?
ED की मुश्किलें अभी खत्म भी नहीं हुईं कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के सामने नयी मुसीबत आ खड़ी हुई है - गुजरात चुनाव (Gujarat Election 2022) से पहले तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी जिस तरह से आक्रामक है, कांग्रेस के लिए बचाव करना कठिन है.सियासत | 11-मिनट में पढ़ें

एकनाथ शिंदे का हश्र राज ठाकरे और नारायण राणे जैसा तो नहीं हो जाएगा!
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. बढ़ना भी चाहिये, लेकिन एक बार ध्यान इस बात पर भी देना चाहिये कि राज ठाकरे (Raj Thackeray) और नारायण राणे (Narayan Rane) का शिवसेना छोड़ने के बाद क्या हाल हुआ - कैसे कदम कदम पर संघर्ष करने पड़े?सियासत | 10-मिनट में पढ़ें

उद्धव को सर्वाइवल के लिए किसके साथ की ज्यादा जरूरत है - कांग्रेस-NCP या बीजेपी?
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) फिर से बीजेपी से हाथ मिला लेते और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के मुख्यमंत्री बनने में पहले की तरह खड़े हो जाते तो मुश्किलें कम हो सकती थीं, लेकिन शरद पवार (Sharad Pawar) से ताजा मुलाकात के बाद वो आगे बढ़ने का इरादा कर चुके हैं.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

उद्धव ठाकरे को कहीं राहुल गांधी जैसा तो नहीं समझा जाने लगा है
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक ही वक्त एक ही दुश्मन की वजह से परेशान हो रहे हैं - दोनों के ही आरोप रहे हैं कि उनके खिलाफ जो कुछ भी हो रहा है, जिम्मेदार सिर्फ बीजेपी (BJP) है - कोई और नहीं, लेकिन क्या वाकई ऐसा ही है?सियासत | 11-मिनट में पढ़ें

ममता न मानें तो भी, मुर्मू के सम्मान में यशवंत सिन्हा बैठ जाएं तो काफी अच्छा है
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के खिलाफ लड़ाई का जो लॉजिक यशवंत सिन्हा (Yashawat Sinha) ने दिया है, बिलकुल वाजिब है - फिर भी अगर अपनी उम्मीदवारी वापस लेकर वो चाहें तो विपक्ष को एकजुट करने में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए ज्यादा मददगार हो सकते हैं.सियासत | 11-मिनट में पढ़ें

शिवसेना में हुई बगावत पारिवारिक पार्टियों के लिए बड़ा अलर्ट, अगला नंबर किसका?
शिवसेना की बगावत (Shiv Sena Crisis) के पीछे उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की चूक हो या फिर बीजेपी की साजिश, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने हाल ही में परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ तेलंगाना में जो कुछ कहा था घुमा फिरा कर वही सामने आ रहा है.सियासत | 11-मिनट में पढ़ें

महाराष्ट्र की सियासी तस्वीर भी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे जैसी साफ नजर आ रही है!
महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) का हाल भी राष्ट्रपति चुनाव जैसा लग रहा है. सारे समीकरण द्रौपदी मुर्मू यानी बीजेपी (BJP) के पक्ष में दिखायी पड़ रहे हैं - और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की स्थिति यशवंत सिन्हा जैसी हो गयी है.सियासत | 9-मिनट में पढ़ें

उद्धव ठाकरे के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी से ज्यादा जरूरी शिवसेना को टूटने से बचाना है
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सभी शिवसेना विधायकों को बातचीत के लिए बुलाया है. बागियों के नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को भी. शिवसेना (Shiv Sena) नेतृत्व के सामने 31 साल बाद दोबारा चुनौती पेश की गयी है - और ये पहले के मुकाबले काफी बड़ा चैलेंज है.सियासत | 12-मिनट में पढ़ें

शिवसेना की बगावत में बीजेपी से ज्यादा कसूरवार उद्धव ठाकरे हैं
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) वाकिफ तो हर बात से थे, लेकिन बीमारी की परवाह न करने का जो नतीजा होता है, वही हुआ. सीधे हार्ट अटैक. शरद पवार के अनुसार भी तो ये तीसरा अटैक है. देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) मिशन पर थे - एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) शिकार हो गये.सियासत | 9-मिनट में पढ़ें

मोदी अगर 'सपनों का सौदागर' हैं तो राहुल गांधी क्या बेच रहे हैं?
कांग्रेस भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर आरोप लगाती रही हो कि वो लोगों को सिर्फ सपने (Merchant of Dreams) दिखाते हैं, पूरा नहीं करते, लेकिन सच तो ये है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तरफ से लोगों के लिए ऐसा कोई ठोस आश्वासन अब तक नहीं नजर आया है.सियासत | 9-मिनट में पढ़ें

राष्ट्रपति चुनाव से पहले मोदी के 'अब्बास' का मिल जाना - संयोग है या कोई प्रयोग?
अब्बास (Abbas) यानी अपने बचपन के मित्र का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नयी बहस छेड़ दी है - ये चर्चा नुपुर शर्मा विवाद और राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) के बीच होने से राजनीतिक मायने अलग हो जाते हैं - और अहम भी.सियासत | 10-मिनट में पढ़ें
