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Updated: 13 अक्टूबर, 2021 04:08 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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चाहे वो राइट विंग के लोग या कार्यकर्ता और नेता हों या फिर अपने नाम के आगे या पीछे सेक्युलर और लिबरल का तमगा लगाकर घूमते लोग. एजेंडा दोनों के लिए जरूरी है. आज जैसी राजनीति देश की है और जिस तरह का माहौल है. आदमी मुद्दे को अपनी सुचिता और सुविधा से पेश करता है और उसके बल पर तारीफ से लेकर आलोचना तक जो कुछ भी हासिल कर सकता है, करता है. तमाम बुद्धिजीवी हैं, जो इस बात को लेकर एकमत हैं कि मौजूदा वक्त में देश और देश के लोग दोनों ही तलवार की धार पर हैं. अगर आदमी संभाल कर नहीं चला तो किसी भी पल हम बड़ी दुर्घटना के साक्षी बन सकते हैं. सवाल होगा कि एक ऐसे समय में जब दौर हिंदू मुस्लिम का चल रहा हो और प्रेम, भाईचारे, सौहार्द की बातें कहीं बहुत दूर चली गईं हों इस दुर्घटना का स्वरूप कैसा होगा? जवाब है पत्रकार आरफा खानम शेरवानी और अनंत विजय की वो बातचीत जो आर्यन खान ड्रग केस के बाद शाहरुख खान के मद्देनजर ट्विटर पर हुई है और जिसमें आरफा की तरफ से शाहरुख खान को 'मुस्लिम सुपरस्टार' संबोधित किया गया है. शाहरुख खान को ध्यान में रखकर जो बातचीत देश के दो बड़े पत्रकारों के बीच हुई है एक सवाल जस का तस हमारे सामने खड़ा होता है और वो ये कि आखिर इस बहस का अंत कहां है?

Aryan Khan, Muslim, SRK, Journalist, Twitter, Tweet, Debate, Hindu Muslimजैसा जिसका एजेंडा है वो शाहरुख खान और आर्यन खान ड्रग केस पर वैसे तर्क रख रहा है

इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं कि जिस दिन से मुंबई ड्रग केस में फ़िल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम सामने आया है सोशल ममीडिया पर तमाम तरह की बातें हो रहीं हैं. मामले के मद्देनजर जो शाहरुख के समर्थक हैं उनका यही कहना है कि शाहरुख और आर्यन दोंनो को एक बड़ी साजिश के तहत बेवजह के विवाद में घसीटा जा रहा है वहीं जो इस मामले में शाहरुख के विरोधी हैं उन्होंने परवरिश का मुद्दा बनाते हुए आर्यन को बिगड़ैल करार दिया है और कहा है कि यदि शाहरुख वक़्त रहते चेत जाते तो आज ये नौबत हरगिज न आती.

मुंबई ड्रग केस क्योंकि लाइम लाइट में है इसलिए तमाम छोटे बड़े लोगों की तरह पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा है और कहा है कि शाहरुख खान को मुस्लिम होने के चलते परेशान किया जा रहा है. आरफा का ये कहना भर था वो पत्रकार अनंत विजय के निशाने पर आ गईं और ट्विटर पर दोनों के बीच तीखी बहस का आगाज़ हो गया.

असल में हुआ कुछ यूं है कि मामले के तहत आरफा ने एक ट्वीट किया. अपने ट्वीट में आरफा ने लिखा कि, आर्यन खान मामले का उनके द्वारा ड्रग्स सेवन से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन शाहरुख को निशाना बनाया जा रहा है. इस देश में जमानत के मूल अधिकार से आर्यन को दूर रखा जा रहा है. इसमें कोई दो राय नहीं कि, शाहरुख हमारे समय के सबसे बड़े मुस्लिम सुपरस्टार हैं, लेकिन चल रही ‘सजा की प्रक्रिया’ उनके लिए लाइन में खड़े होने के लिए एक संदेश है.

आरफा खानम शेरवानी का इतना लिखना भर था. एक अन्य पत्रकार अनंत विजय ने बैक फायर कर दिया. अनंत ने प्रश्न उठाते हुए ट्वीट किया कि, 'मुस्लिम सुपरस्टार? इस देश को आप जैसे लोग हिंदू मुसलमान में बांटते हैं.

अनंत की बाद आरफा को चुभ गई और उन्होंने भी फौरन ही रियेक्ट किया. जवाब में आरफाने लिखा कि, 'सही कहा आपने. मेरी ही नीतियों ने देश को ‘हिंदू-मुसलमान’ में बांटा है. मैं ही देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमज़ोर कर रही हूं और धर्मनिरपेक्ष-उदार संविधान को बदलकर ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाना चाहती हूं.

आरफा की तरफ से अनंत पर ये बड़ा हमला था जिसपर उन्होंने भी ईंट का जवाब पत्थर से दिया और आरफा की सोच को जिन्ना से कम्पेयर कर दिया. अनंत विजय ने लिखा कि, 'आपने एक ऐसे कलाकार को मुसलमान बना दिया जिसको पूरा देश प्यार करता है. आपकी ये सोच जिन्ना वाली सोच है जिसके बीज मार्ले-मिंटो ने 1909 में सुधार के नाम पर बोए थे. अभी बात शाहरुख़ की हो रही है, उसपर रहिए. संविधान, उदार लोकतंत्र, हिंदू राष्ट्र सब पर बात कर सकता हूं. पर अभी भटकिए मत.'

गौरतलब है कि मुंबई ड्रग्स केस में आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई है और उनके खिलाफ एनडीपीएस कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. ध्यान रहे कि पूछताछ के दौरान आर्यन खान ने चरस लेने की बात स्वीकार की थी. आर्यन की गिरफ्तारी के बाद शाहरुख फैंस के निशाने पर हैं और ऐसी तमाम बातें हो रहीं है जो एजेंडे के ताने बाने में बुनकर कही जा रही हैं.

बहरहाल मुद्दा आर्यन खान की गिरफ्तारी से ज्यादा आरफा खानम शेरवानी की बातें हैं तो जिस तरह शाहरुख पर मुस्लिम कार्ड खेलकर आरफा ने देश के अलग अलग मुद्दों पर अपनी भड़ास निकाली है उसने इस बात की तस्दीख कर दी है कि देश में सारा खेल एजेंडे का और उस एजेंडे के बल पर अपनी रोटी सेंकने का है. 

बात बहुत सीधी और साफ़ है इस पूरे मामले में आरफा या आरफा जैसे अन्य लोगों के लिए शाहरुख़ खान और आर्यन खान तो बस बहाना है असल में उन्हें केंद्र और पीएम मोदी के खिलाफ अपनी कुंठा निकालनी है और भला हो ट्विटर का जिसने इन लोगों को वो मंच मुहैया करा दिया है.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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