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Updated: 27 फरवरी, 2019 07:05 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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पाकिस्तान पर दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच हालात नाजुक बने हुए हैं. सरहद पर टैंक भी तैनात हो गए हैं और भारत और पाकिस्तानी एयरफोर्स और एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर हैं. इसी जंग के बीच खबर आई है कि भारतीय सेना की स्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तानी फाइटर जेट भारतीय एयरस्पेस में आए थे और इसी में पाकिस्तानी सेना का एक F-16 विमान गिरा दिया गया. पाकिस्तान का ये विमान उसकी वायु सेना का सबसे बेहतर जेट है. इसी बीच हमारा एक Mig 29 विमान भी पाकिस्तान द्वारा गिराया गया है जिसमें हमारे एक पायलट को पाकिस्तान ने कब्जे में ले लिया है ऐसा दावा पाकिस्तान की तरफ से किया जा रहा है.

पाकिस्तानी F-16 जेट गिरने की खबर भारतीय रिपोर्ट्स में तो सामने आ रही है, लेकिन पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता Maj Gen Asif Ghafoor के अनुसार ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है और उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पाकिस्तानी मीडिया को ये आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान का कोई जेट क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है और जिस हमले की बात की जा रही है उसमें पाकिस्तान का F-16 भारतीय सीमा में गया ही नहीं था.

पाकिस्तान चाहें कुछ भी कह ले, लेकिन उसके दावे इतिहास में कितने झूठे साबित हुए हैं ये तो सभी जानते हैं. बहरहाल गूगल पर 'How many f 16 pakistan have' जैसे सवाल ट्रेंड करने लगे हैं.

पाकिस्तान के मुकाबले भारत के पास वायुसेना की तगड़ी फौज मौजूद हैपाकिस्तान के मुकाबले भारत के पास वायुसेना की तगड़ी फौज मौजूद है

1. आखिर कितना कारगर है पाकिस्तान का F-16?

पाकिस्तान का ये विमान उसकी वायुसेना का सबसे ताकतवर विमान है जो अमेरिका से खरीदा गया है. 1983 में पाकिस्तान के पास पहला F-16 विमान आया था और तब से ही ये विमान पाकिस्तानी सेना का हिस्सा बना हुआ है. इस विमान में 1 हेवी गन कैनन है और 11 जगह हथियार लगाए जा सकते हैं. इसमें से 6000 राउंड एक मिनट में फायर किए जा सकते हैं.

ये सिंगल इंजन सुपरसॉनिक मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट है जिसे सबसे पहले अमेरिकी एयरफोर्स के लिए बनाया गया था. इस प्लेन की खासियत ये है कि इसका पायलट 360 डिग्री विजन रख सकता है. साथ ही इस प्लेन में एक बेहतर इजेक्शन सीट है जो पायलट की सुरक्षा के लिए जरूरी है. इस प्लेन में M61 Vulcan (बंदूक जो 20mm के राउंड बहुत तेजी से फायर कर सकती है.). इस विमान का आधिकारिक नाम Fighting Falcon है, लेकिन इसे Viper भी कहा जाता है. पाकिस्तानी सेना में ये 1983 से ही कार्यरत है और इस विमान को अफगानिस्तान की कई एयर स्ट्राइक के वक्त इस्तेमाल किया गया था.

पाकिस्तानी एयरफोर्स ने अपने F-16 विमानों को कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय एक्सरसाइज में इस्तेमाल किया है. जैसे "Indus Vipers" जिसे तुर्की के साथ 2008 में की गई एक्सरसाइज. इन विमानों को खास तौर पर पाकिस्तानी की तरफ से अफगानी और भारतीय बॉर्डर पर लगाया गया था. पाकिस्तान ने तालिबान के बढ़ते दखल के वक्त इन विमानों को आर्मी ने इस्तेमाल किया था. ये विमान लेजर गाइड बम का इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं. 2008 मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर F-16 विमान तैनात किए थे. 2016 में भी अमेरिका और पाकिस्तान के बीच नए हाईटेक F-16 प्लेन खरीदने का सौदा हुआ था. जिस तरह अमेरिका अभी F-16 प्लेन का बेहद हाईटेक वर्जन इस्तेमाल करता है उसी तरह पाकिस्तान भी अपनी वायुसेना में नए प्लेन जोड़ने की तैयारी में है.

पाकिस्तान, F 16, सर्जिकल स्ट्राइक 2, बालाकोट, सुखोईपाकिस्तान का F 16 विमान उसकी वायुसेना का सबसे बेहतर विमान है

आधुनिक अवॉक्स (AWACS) एयरक्राफ्ट के मामले में पाकिस्तान ने भारत को पीछे छोड़ दिया है. आधुनिक युद्ध में इन विमानों का इस्तेमाल बेहद अहम होता है. ये विमान रडार युक्त होते हैं जो दुश्मन देश के प्लेन, पानी के जहाज और मिसाइल की जानकारी दे सकते हैं. भारत के पास फिलहाल सिर्फ 3 अवॉक्स एयरक्राफ्ट हैं जबकि पाकिस्तान ने 9 विमानों का जखीरा तैयार कर लिया है. इसके साथ पाक के पास 120 चेंगदू एफ-7पी, 60 एफ-7 पीजी फाइटर, 150 मिराट फाइटर, 30 जीएफ-17 थंडर फाइटर, 54 एफ-16 अमेरिकी लड़ाकू फाल्कन.

पर भारत कहीं से भी पीछे नहीं है, सुखोई-30MKI तैनात है-

भले ही कुछ आधुनिक विमान भारत के पास कम हों, लेकिन भारत कहीं से भी पीछे नहीं है. जहां तक लड़ाकू विमानों की संख्या की बात है तो भारत के पास 2000 लड़ाकू विमान हैं यहीं पाकिस्तान के पास सिर्फ 900 लड़ाकू विमान ही हैं और हम किसी भी हालत में पाकिस्तान से ज्यादा ही हैं. भारत के पास 200 सुखोई, 36 मिराज, 90 जगुआर, 29 मिग-48 और 56 मिग-27 हैं. एफ-16 विमान पर वह दम भरता है. एफ-16 के मुकाबले सुखाई 30 फीसदी ज्‍यादा क्षमतावान है.

भारत के पास पाकिस्तान को मिलने वाले अमेरिकी F-16 फाइटर प्लेन का बड़ा जवाब पहले से ही मौजदू है और वह है रूस के सहयोग से भारत द्वारा निर्मित सुखोई-30MKI. जी हां सुखोई-30 MKI को दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर प्लेन में से एक माना जाता है. यह कई मामलों में अमेरिकी फाइटर प्लेन F-16 से बीस है और इसलिए भारत सुखोई के साथ पाकिस्तान के F-16 पर बढ़त बनाता है. यानी भारत के पास पाकिस्तान को अमेरिका से मिलने वाले फाइटर प्लेन का महाजवाब मौजूद है.

सुखोई-30MKI को बनाने के लिए भारत और रूस के बीच 2000 में समझौता हुआ था और भारत को पहला सुखोई-30 फाइटर प्लेन 2002 में मिला था. 2015 में रूस के सहयोग से भारत ने स्वेदश में ही निर्मित सुखोई MKI30 को भारतीय वायुसेना में शामिल करके अपनी ताकत कई गुना बढ़ा ली. वर्तमान में भारत के पास 200 से ज्यादा सुखोई-30MKI फाइटर प्लेन हैं. लंबाई से लेकर रेंज और मिसाइल ले जाने की क्षमता तक के मामले में सुखोई MKI30 पाकिस्तान के F-16 से कहीं बेहतर है.

सुखोई-30MKIभारत का सुखोई विमान पाकिस्तान के F 16 के मुकाबले बहुत कारगर है

सुखोई लंबी रेज और उच्चा क्षमता वाला फाइटर प्लेन है. सुखोई-30MKI कुछ ऐसी तकनीकों से लैस है जोकि दुनिया में किसी और फाइटर प्लेन में नहीं है. जैसे इसमें सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम लगा है जोकि इसे किसी भी मौसम में और दिन और रात दोनों वक्त ही काम करने के काबिल बनाता है. साथ ही इसमें लॉन्ग रेंज रेडियो नेविगेशन सिस्टम लगा है. इसके अलावा इसमें ऑटोमेटिक फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम लगा है. ऑटोमेटिक सिस्टम से नेविगेशन सिस्टम को जानकारी मिलते ही यह खुद ही फ्लाइट के रूट से जुड़ी गुत्थियों को खुद ही सुलझा लेता है, जिसमें अपने टारगेट को नेस्तनाबूद करने के अलावा वापस एयरफील्ड तक लैंडिंग करना शामिल है. सुखोई को समय-समय पर अपग्रेड भी किया जाता रहा है और 2011 में इसके निर्भय मिसाइल (न्यूक्लियर मिसाइल) ले जाने की बात भी होती रही है.

अब बात उस विमान की जो सर्जिकल स्ट्राइक 2 का हीरो है-

यहां F-16 का मुकाबला करने वाला सिर्फ एक नहीं बल्कि दो विमान हैं. दूसरा और सबसे अहम विमान है मिराज 2000. ये वही विमान है जो पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक 2 करने में सफल रहा है.

हालांकि, Sukhoi Su-30MKI और MiG 29 जैसे कई एडवांस विमान हमारी सेना में शामिल हुए हैं, लेकिन मिराज 2000 अभी भी सबसे बेहतर बना हुआ है. 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को सबक सिखाने में मिराज ने अहम भूमिका निभाई है.

इसे एक बॉम्बर एयरक्राफ्ट कहा जाता है. मिराज 2000 की पहली उड़ान 1978 में भरी गई थी, लेकिन तब से लेकर अब तक इसमें कई बदलाव आए हैं. मिराज 2000 सिंगल सीट और डबल सीट वाले विमान हैं. ये विमान 2.2 Mach या 2336 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार में उड़ान भर सकता है. अगर कम हाइट पर उड़ रहा हो तो ये विमान 1110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकता है.

सुखोई-30MKIमिराज 2000 की मदद से ही पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी

इसमें दो 30 mm के रिवॉलवर कैनन लगे हुए हैं और हर गन में 125 राउंड हैं जो हवाई युद्ध के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं. इसमें कुछ 9 जगह हथियार लगाए जा सकते हैं. हालांकि, तकनीकी हिसाब से देखें तो ये F16 से थोड़ा पीछे है क्योंकि F16 में समय के साथ-साथ कई बदलाव किए गए हैं और इन्हें बेहतर बनाया गया है. पर मिराज बेहद भरोसेमंद विमान है और इससे लेजर गाइड बम बेहतरीन तरीके से फायर किए जा सकते हैं. ये विमान 68 mm का रॉकेट फाइर कर सकता है और इसमें 18 रॉकेट ले जाने की क्षमता है. ये विमान इसलिए भी हमला करने के लिए बेहतर है क्योंकि इसमें एयर टू एयर और एयर टू सरफेस मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता है.

एक अकेला एयरक्राफ्ट कम से कम दो लेजर बम ले जा सकता है. और ये विमान इतना सक्षम है कि जमीन के कई टार्गेट मार सकने में सक्षम है. इसमें एक मल्टी टार्गेट राडार भी है जिसमें कई दुश्मनों को एक साथ देख सकने की क्षमता है.

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श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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